मुंबई विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित की जानेवाली पोस्टग्रेजुएश की परिक्षाओं में अब छात्र परीक्षा केंद्र का चयन नहीं कर पाएंगे। पोस्ट ग्रेजुएट के विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्र चुनने का विकल्प नहीं मिलेगा। छात्रों को विश्वविद्यालय के इस फैसले के कारण काफी नुकसान हो सकता है। विश्वविद्यालय की तरफ से सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालय के विभागों के लिए एक सर्कुलर निकाला गया है।
2020 के गर्मी में आयोजित होने वाली पोस्ट ग्रेजुएट की परीक्षा से लागू
साल 2020 के गर्मी में आयोजित होने वाली पोस्ट ग्रेजुएट की परीक्षा के लिए आवेदन करते समय विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्र चुनने का विकल्प नहीं मिलेगा हालांकी विश्वविद्यालय के इस फैसले पर स्टूडेंट लॉ काउंसिल ने आपत्ति जताई है। काउंसिल के मुताबिक, विश्वविद्यालय को कोई भी नए बदलाव को लेकर शैक्षणिक क्षेत्र शुरू होने से पहले अधिसूचना जारी करना चाहिए, जिससे विद्यार्थी अपनी सहूलियत के हिसाब से कॉलेजों का चयन करे।
काउंसिल के अध्यक्ष सचिन पवार के मुताबिक, विश्वविद्यालय को ऐसे निर्णय लेने से पहले जागरूक करना चाहिए, जिससे विद्यार्थी अपने घर के नजदीक के कॉलेजों में दाखिला लें और बिना किसी तनाव के पढ़ाई कर सकें। काउंसिल कुलपति और राज्यपाल को चिट्ठी लिखकर परीक्षा केंद्र को लेकर विश्वविद्यालय की तरफ से लिए गए फैसले को वापस लेने की मांग करेगा।
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