बोरीवली - श्री भाऊसाहेब वर्तक महाविद्यालय और डॉ. एमएसजी फाउंडेशन मुंबई के संयुक्त प्रयास से बोरीवली में 2 और 3 दिसंबर को राष्ट्रीय शैक्षणिक परिषद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में हाई कोर्ट की वकील चित्रे को बुलाया गया था इस कार्यक्रम में अपना विचार व्यक्त करते हुए चित्रे ने कहा कि शिक्षण को ऐसे विद्यार्थियों को तैयार करना होगा जो समाज में अपना योगदान दे सकें। इसके लिए शिक्षकों को पहल करके योग्य शिक्षा नीति तैयार करना जरुरी है. उन्होंने आगे कहा कि अपनी बुद्धि का उचित प्रयोग करते हुए कार्य करे. क्षेत्र कोई भी हो सफलता के लिए मेहनत का कोई विकल्प नहीं है.
इस दो दिवसीय कार्यक्रम में 'उच्च शिक्षा से भारत का कायापलट' इस विषय पर कुल 60 शोध निबंधक प्रस्तुत किया गया. इस कार्यक्रम में 120 शिक्षकों ने भाग लिया। महाराष्ट्र शैक्षणिक प्रशासन व व्यवस्थापन परिषद (एमसीइएएम) के मान्यता से हुए इस कार्यक्रम में खुद एमसीइएएम के अध्यक्ष डॉ. एम. एस. गोसावी सहित सीएमएमइएस - नाशिक के कार्यकारी अध्यक्ष प्रकाश पाठक, गोखले शिक्षण संस्था के अध्यक्ष प्राचार्य डॉ. एस. बी. पंडीत, उपाध्यक्ष डॉ. आर. जे. गुजरातीऔर महाविद्यालय के प्राचार्या डॉ. एस.वी संत इस अवसर पर उपस्थित थे.