दादर- पद्मश्री मधूमंगेश कर्णिक ने आ. सो. गौरव समिति की ओर से दादर में आयोजित किए गए एक कार्यक्रम में कहा की कविताओं को बनाने की कोशिश नहीं करनी होती वो अपने आप ही बन जाती है। यह कार्यक्रम मुंबई मराठी ग्रंथसंग्रहालय गावस्कर सभागृह में शनिवार को रखा गया था। इस मौके पर आबा को शेवरे मानपत्र, गौतम बुद्ध की प्रतिमा , और 1 लाख 60 हजार रुपये देकर सम्मानित किया गया।