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त्रिकोणीय प्रेम के रंग में रंगी 'रंगून'


त्रिकोणीय प्रेम के रंग में रंगी 'रंगून'
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मुंबई - विशाल भारद्वाज की फिल्म रंगून सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। फिल्म में सैफ अली खान, कंगना रनौत, शाहिद कपूर प्रमुख भूमिका में है। रंगून की कहानी आजाद भारत के पहले की है, फिल्म में युद्द के कुछ खास सीन्स का भी तड़का लगाया गया है। फिल्म की कहानी कंगना रनौत, सैफ अली खान, शाहिक कपूर के त्रिकोणीय प्रेम के इर्द गिर्द घूमती है। फिल्म में महात्मा  गांधी और सुभाष चंद्र बोस की उन कोशिशों को भी दिखाया गया है कि वे कैसे आईएनए के जरिए देश को आजादी दिलाने की कोशिश करते हैं। रंगून में कंगना एक एक्ट्रेस के किरदार में नजर आती हैं, तो सैफ अली खान रूसी बिलमोरिया नाम के एक फिल्मर प्रोड्यूसर के किरदार में हैं। शाहिद कपूर इस फिल्म  में आईएनए के एक सिपाही हैं, जो अंग्रेजों की सेना में शामिल हैं।

रंगून की कहानी द्वितीय विश्व के दौरान की है। उस समय ब्रिटिश सेना की भारत पर हुकूमत थी और भारत-बर्मा की सरहद के पास के जंगलों में इंग्लिश और भारत की सेना का मनोरंजन मिस जूलिया करती हैं, मिस जूलिया का किरदार कंगना रनौत निभा रही हैं।

जूलिया को फिल्म प्रोड्यूसर रुस्तम बिलिमोरिया उर्फ रुसी (सैफ अली खान) से अफयेर होता है, हालांकि यह प्यार नहीं था पर जूलिया पर रूसी के कई ऐहसान हैं इसलिए जूलिया पीछे नहीं हटना चाहती। जूलिया की ख्वाहिश मिसेज बिलिमोरिया बनना है। एक बार मेजर जनरल हार्डिंग के कहने पर जूलिया को बर्मा बॉर्डर पर सैनिकों का मनोरंजन करने के लिए भेजा जाता है। इसी दौरान जूलिया को नवाब मलिक (शाहिद कपूर) से प्यार हो जाता है जिसके बाद कहानी में ट्विस्ट आता है। इस फिल्म में आपको देशभक्ति भी देखने को मिलेगी।

रंगून में सभी ने एक्टिंग बाखूबी की है, कंगना रनौत की एक्टिंग तो लाजवाब है, पर फिल्म की कहनी थोड़ा कमजोर जरूर है। पहले हाफ में फिल्म की कहानी लोगों को सुस्त बनाती नजर आता है।


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