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बॉलीवुड का ये कलाकार करता था कभी होटल में काम,अब दिखेंगे रजनीकांत के साथ


बॉलीवुड का ये कलाकार करता था कभी होटल में काम,अब दिखेंगे रजनीकांत के साथ
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गैंग्स ऑफ वासेपूर, फुकरे, मशान, रन, ओंकारा, गुंडे, मंजिल, ग्लोबल बाबा, नील बटा सन्नाटा, धर्म और मांझी द माउंटेन जैसे कई फिल्मों से अपने अभिनय का लोहा मनवा चूके पंकज त्रिपाठी ने आज बॉलीवुड मे अपना एक अलग मुकाम बनाया है। आज उन्हे बॉलीवुड में एक स्टैबलिश अभिनेताओ की श्रेणी में रखा जाता है। लेकिन गांव से लेकर बॉलीवुड की उनका सफर कई रुकावटो से भरा रहा। हर मुशीबत का सामना करते हुए पंकज ने अपना मकसद हासिल किया। और सिनेमा की उन बुलंदियों को छुआ जिसका सिर्फ कई लोग सपने ही देखते है।


गोपालगंज से संबंध रखनेवाले पंकज त्रिपाठी के पिता एक मामूली किसान हैं।गोपालगंज के बेलसंड गांव में उनका पूरा परिवार रहता है। पंकज को अंग्रेजी नहीं आती थी। एक्टिंग के दौर में उन्होंने होटल में भी काम किया। पंकज को 10वी क्लास तक अभिनय मे कोई भी रुची नहीं थी। उन्होने 10 कक्षा तक खेती की। छठ पूजा के दौरान होनेवाले नाटको में वह लड़की का किरदार निभाते थे। किरदार निभाते निभाते एक दिन अचानक उन्हे अभिनय के बारे में सुझा। पंकज त्रिपाठी जब एक्टिंग सीखने के लिए एनएसडी पहुंचे थे, तो देखा कि वहां के सब स्टूडेंट अंग्रेजी बोलते हैं। उन्हें अंग्रेजी आती नहीं थी तो लगा कि एक्टिंग छोड़ दूं। लेकिन जब एक्टिंग क्लास में उनकी तारीफ हुई तो उन्हें अच्छा लगने लगा।


एनएसडी से अपने अभिनय का कोर्स पूरा करने के बाद उन्होने मुंबई आकर अपने लिए रोल ढूंढने शुरु कर दिये। पंकज को शुरुआती दौर में कई छोटे छोटे रोल मिले। 2004 में आई अभिषेक बच्चन की फिल्म "रन" उनके करियर की पहली फिल्म थी। हालांकी इस फिल्म में उनका रोल काफी छोटा था। इसके बाद भी उनका संघर्ष चालू रहा। अपहरण , ओमकारा, शौर्य , रावम जैसे कई फिल्मो में उन्होने अभिनय किया। लेकिन ये सभी फिल्मे उन्हे कोई खास पहचान नहीं दिला पाई। 

                                                                                           (Courtsey-Youtube)

लेकिन साल 2012 में आई गैंग्स ऑफ वासेपूर में उनके दमदार अभिनय को लोगों ने ना ही सिर्फ सराहा बल्की उन्हे एक उम्दा अभिनेता के रुप में भी लोगों के सामने खड़ा कर दिया। गैंग्स ऑफ वासेपूर के बाद तो जैसे मानो उनके हर किरदार को लोग पसंद करने लगे, फिर चाहे वो दबंग फिल्म में हो या फिर मांझी। हर किसी ने उनके अभिनय को एक से बढ़कर एक शब्दो से नवाजा।


गैंग्स ऑफ वासेपूर के लिए पंकज ने अनुराग कश्यप के पास जाकर अपना ऑडिशन दिया। उन्होंने भी करीब 15 लोगों के सामने कई डायलॉग बुलवाए। तब जाकर वे गैंग्स ऑफ वासेपुर में सुल्तान बने। तो वही अब गोपालगंज का ये सितारा सुपरस्टार रजनीकांत के साथ उनकी आनेवाली फिल्म में पुलिस का किरदार निभाता नजर आएगा।

                                                                ( फिल्म गैंग ऑफ वासेपूर का एक दृश्य)

पंकज के पिता आज भी गांव खेती करते है। वह सादी जिंदगी बिताने में यकिन करते है। खुद पंकज जब कई बार गांव जाते है तो अपने माता पिता के साथ स्य बिताना नहीं भूलते। पंकज कि ये संघर्ष यात्रा उन सभी लोगों के एक मिसाल है जो छोटे गांव से मुंबई जैसे शहर में अपने सपने को पाने आते है।


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