Advertisement

प्रियंका और नवाजुद्दीन ने गोरा होने के लिए लगाई क्रीम, अब है अफसोस!


प्रियंका और नवाजुद्दीन ने गोरा होने के लिए लगाई क्रीम, अब है अफसोस!
SHARES

कभी बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा तो कभी नवाजुद्दीन सिद्दकी जैसे जबर्दस्त एक्टर को रंग भेद का शिकार होना पड़ा है। इन्हें भी एक समय पर लगता था कि त्वचा का गोरा होना ही सुंदर होना होता है। इसी के चलते ये खुद को दूसरों के सामने कम आंकते थे। साथ ही इन्होंने 2 सप्ताह में गोरा बनाने का दावा करने वाली क्रीम का एड भी किया पर आज इन्हें अफसोस है।

बॉलीवुड में एक से बढ़कर एक हिट फिल्में देने के बाद एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा हॉलीवुड में भी धमाल मचा रही हैं। वे अक्सर अपने देश से लेकर विदेशी मीडिया तक की सुर्खियां बनती हैं। प्रियंका इन दिनों हॉलीवुड की फिल्म हॉलीवुड फिल्म ‘इजंट इट रोमांटिक’ की शूटिंग में व्यस्त हैं। साथ वे मराठी फिल्में भी बनाती हैं। खबर है कि प्रियंका आमिर खान के साथ भी बॉलीवुड की एक फिल्म में नजर आने वाली हैं।


फेयर एंड लवली प्रियंका का दुख

हाल ही में प्रियंका ने एक मैगजीन को दिए इंटरव्यू में खुलासा किया है कि उन्होंने एक बचकानी हरकत की है, जिसका उन्हें हमेशा अफसोस रहेगा। उन्होंने कहा 18 साल की उम्र तक मैं खुद को गोरे लोगों से कम समझती थी। मुझे लगता था कि गोरे लोग ही सुंदर होते हैं। क्योंकि ज्यादातर भारतीय समाज की ऐसी मानसिकता है। मैंने गोरा होने के लिए फेयर एंड लवली क्रीम का भी उपयोग किया था। जो दो सप्ताह में गोरा होने का दावा करती थी। बाद में मुझे ऐहसास हुआ कि अरे मैंने यह क्या कर दिया। उस बचकानी हरकत के लिए मुझे आज भी दुख है।


बॉलीवुड में छाने वाला चेहरा नवाज

काला रंग काफी डिमांड में है आजकल, यह डायलॉग नवाजुद्दीन सिद्दीकी का है, जो अपनी ही फिल्म बाबूमोशाय बंदूकबाज में बोलते हैं। जो उनकी लाइफ में भी सही साबित है। आजकल नवाज बॉलीवुड फिल्मों में छा रहे हैं। पर कभी यह एक्टर अपने सांवले रंग को लेकर खुद को दूसरों से कम आंकता था।


गोरे होने के लिए लगाई फेयर एंड लवली

नवाज ने एक इंटरव्यू में कहा था, जब मैं छोटा था, तो अपने सांवले रंग को लेकर बड़ा इन्फीरियर महसूस करता था। तब हमारे गांव में सड़कों के किनारे, जो छोटी-छोटी दुकानें होती थी, वहां एक रुपए की फेयर एंड लवली क्रीम मिलती थी। चूंकि मैं गोरा होना चाहता था, इसलिए मैं वह क्रीम लेकर आता और उसे लगाता था। उससे क्या होता था, थोड़ी देर के लिए चेहरा सफेद हो जाता था, वह कुछ पाउडर टाइप का होता था, जो चेहरे पर जम जाता था। फिर मैं वह लगाकर बाहर निकलता था तो लोग मजाक उड़ाते थे कि गंदी क्रीम लगाकर आया है।

गंदी क्रीम बोलकर कहीं ना कही नवाजुद्दीन ने भी इस तरह की क्रीम का विरोध किया है। साथ ही उस मानसिकता का विरोध किया है जो सिर्फ गोरे रंग को ही खूबसूरती के लिए मापते हैं।

संबंधित विषय
Advertisement
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें