मौसम विभाग(Weather department) ने 10 और 11 जून को रायगढ़ जिले में भारी बारिश और तूफान की चेतावनी दी है। इसलिए पर्यटकों को खालापुर और कर्जत क्षेत्रों में झीलों, बांधों और झरनों के दर्शन करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। कर्जत अनुविभागीय अधिकारी वैशाली परदेशी ने कहा कि पर्यटकों के खालापुर तालुका में 23 स्थानों पर जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
नागरिकों को खालापुर तालुका में 12 झरनों, बांधों और झीलों और कर्जत तालुका में 11 में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। खालापुर तालुका में, जेनिथ जलप्रपात, अदोशी जलप्रपात क्षेत्र, बोरगाँव जलप्रपात, भीलवाले बाँध, अदोशी जल दर्रा, मोरबे बाँध, नाधन वरोज बाँध, वावरले बाँध, दोनावत बाँध, मदाप जलप्रपात, धमन कटारवाड़ी बाँध, कलोटे बाँध आदि।
कर्जत तालुका में आशान कोशाने झरना, सोलनपाड़ा बांध / पझर झील, पलासदरी बांध, कोडनने बांध झरना, पाली भुतवाली बांध, नेरल जुम्मापट्टी बांध, बेदीसगांव बांध, पाशाने झील, बेकरे झरना, आनंदवाड़ी झरना, तपलवाड़ी झरना है।
रायगढ़ (Raigad) जिले की सभी नदियों का जलस्तर चेतावनी के स्तर से नीचे है। रायगढ़ में कुंडलिका, आम, सावित्री, पातालगंगा, उल्हास और गढ़ी नाम की छह मुख्य नदियाँ हैं। सावित्री और कुडनलिका नदियों को बेहद खतरनाक माना जाता है। इसलिए मानसून के दौरान इस नदी क्षेत्र में न जाने की अपील की गई है।
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