Advertisement

'मुंबई में परियोजनाओं के लिए रोज काटे जा रहे हैं 37 पेड़'

समाजसेवी और पर्यावरणविद जोरू बाथेना द्वारा ये आंकड़ें एकत्रित किये गये हैं। उन्होंने इन आँकड़ों को अखबार के विज्ञापनों के माध्यम से एकत्रित किया। और आंकड़ें एकत्रित करने में बाथेना को कुल 15 महीने लग गये।

'मुंबई में परियोजनाओं के लिए रोज काटे जा रहे हैं 37 पेड़'
SHARES

एक चौकानें वाले आंकड़ें के मुताबिक बीएमसी ने विभिन्न परियोजानओं के लिए साल 2018 में 8,775 पेड़ों को काटने की अनुमति दी। इन परियोजनाओं में मेट्रो रेल परियोजना, सड़कें चौड़ी करना और मोनोरेल लाइनें बिछाना जैसी अन्य परियोजनाएं भी शामिल हैं। हालांकि अभी तक ये सारे पेड़ नहीं काटे गए हैं, अभी जारी की गई अनुमति पर ही काम चल रहा है। लेकिन आंकड़े बताते हैं कि बीते साल हर रोज मुंबई ने 24 पेड़ों को खोया है। 

समाजसेवी और पर्यावरणविद जोरू बाथेना द्वारा ये आंकड़ें एकत्रित किये गये हैं। उन्होंने इन आँकड़ों को अखबार के विज्ञापनों के माध्यम से एकत्रित किया। और आंकड़ें एकत्रित करने में बाथेना को कुल 15 महीने लग गये।

जोरू बाथेना के अनुसार ये जो आंकड़ें हैं ये कम हैं। दरअसल इस साल एक जनवरी से लेकर 15 अप्रैल तक बीएमसी ने अन्य 12 अन्य योजनाओं के लिए भी 3,588 पेड़ों को काटने की अनुमति दी है, अगर इसे भी जोड़ा जाए तो औसतन रोजाना 37 पेड़ काटे जाएंगे।

जबकि इस बारे में उद्यान विभाग के संबंधित अधिकारी का कहना है कि जो आंकड़ें जारी किये गये हैं वो बिलकुल सही है। लेकिन हाईकोर्ट के आदेश के बाद अब तक केवल 20 फीसदी ही पेड़ ही काटे गए हैं।अधिकारी ने आगे बताया कि अपने आदेश में कोर्ट ने कहा था कि जब तक हम वृक्ष प्राधिकरण में विशेषज्ञ सदस्यों को शामिल नहीं करते, तब तक कोई पेड़ नहीं काटा जाएगा।

इस मुद्दे पर मुंबई लाइव का कहना है कि किसी भी शहर के मुलभुत विकास के लिए वहां कई योजनाओं का चलना जरुरी है लेकिन विकास की शर्त प्रकृति का विनाश नहीं होना चाहिए। इसका परिणाम बड़ा ही भयनक होता है।

संबंधित विषय
Advertisement
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें