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मुंबई की हवा फिर हुई प्रदूषित, बढ़ी गर्मी

रविवार की सुबह को तो मुंबई में हल्का धुंध भी देखने को मिला। इन सबका कारण प्रदूषण (pollution in mumbai) है, यानी मुंबई की हवा में एक बार फिर से प्रदूषण की मात्रा बढ़ गई है।

मुंबई की हवा फिर हुई प्रदूषित, बढ़ी गर्मी
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पिछले कुछ दिनों से मुंबई का तापमान बढ़ (mumbai temperature high) गया है जिससे गर्मी भी पड़ रही है। यही नहीं रविवार की सुबह को तो मुंबई में हल्का धुंध भी देखने को मिला। इन सबका कारण प्रदूषण (pollution in mumbai) है, यानी मुंबई की हवा में एक बार फिर से प्रदूषण की मात्रा बढ़ गई है।

रविवार को मुंबई की हवा का गुणवत्ता सूचकांक 100 पर पहुंच गया था। बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब दर्ज की गई।  ऊपर से पड़ रही गर्मी के कारण मुंबईकरों को परेशानी भी बढ़ गई है।

कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण शुरुआती समय में लगाए गए लॉकडाउन (lockdown) के कारण सभी कारखाने और उद्योगधंदे सहित सभी परिवहन के साधन भी बंद थे। जिसके कारक हवा में प्रदूषण का स्तर काफी कम हो गया था। उस समय हवा का गुणवत्ता का सूचकांक 50 से भी नीचे चला गया था, लेकिन अब जैसे जैसे लॉकडाउन (lockdown) में ढील दी जा रही है और अनलॉक के तहत कारखाने, उद्योगधंदे और परिवहन चलना शुरू हुआ, वैसे ही हवा में प्रदूषण का स्तर भी बढ़ने लगा, जो अब बढ़कर 100 तक चला गया है।

चूंकि रविवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 100 तक पहुंच गई है, लेकिन अभी भी यह संतोषजनक श्रेणी में है।

बोरीवली, मलाड, अंधेरी, वर्ली और मझगाँव में वायु की गुणवत्ता कम हो गई, जबकि बांद्रा-कुर्ला परिसर में यह बहुत खराब हो गई। तो वहीं मुंबई के कोलाबा, चेंबूर और भांडुप में हवा की गुणवत्ता रविवार को संतोषजनक बताई गई। यह भी उल्लेख किया गया था कि नवी मुंबई में हवा की गुणवत्ता संतोषजनक है।

  • बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स में PM 2.5 प्रदूषण का स्तर 304 दर्ज किया गया। जबकि पीएम 10 का स्तर 128 था।
  • बोरीवली में PM 10 और PM 2.5 इन दोनों स्तर का 135 से ऊपर था।
  • मलाड में, पीएम 2.5 का स्तर 135 और पीएम 10 का स्तर 106 था।
  • अंधेरी में पीएम 2.5 का स्तर 101 पर दर्ज किया गया था।
  • वर्ली में ओजोन का स्तर 118 था।
  • मझगांव में, पीएम 10 का स्तर 108 था।

हवा की गुणवत्ता मापने वाली संस्था सफर अनलॉक -1 और अनलॉक -4 के बीच तुलना। जिसमें यह निष्कर्ष सामने आया कि, अनलॉक -4 की अवधि के दौरान मुंबई में नाइट्रोजन डाइऑक्साइड का स्तर 60% तक बढ़ गया है। जो दिल्ली, अहमदाबाद और पुणे की तुलना में मुंबई में सबसे अधिक है।

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