बीएमसी (BMC) ने मुंबई में प्लास्टिक (plastic ban) के इस्तेमाल को बैन कर दिया है। इसके साथ ही बीएमसी ने प्लास्टिक के बैग को इस्तेमाल करनेवालो पर जुर्माना भी लगाना शुरु कर दिया है। जिसके बाद मुंबई के कागज के बैग ( paper bag) की मांग बढ़ गई है।
पेपर बैग की मांग में 63 फीसदी की बढ़ोतरी
जस्ट डायल कंज्यूमर इनसाइट्स के अनुसार, प्लास्टिक प्रतिबंध के एक महीने बाद पर्यावरण के अनुकूल बैग की मांग में काफी उछाल आया है। जब से सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लागू हुआ है, जुलाई के महीने में देश भर में पर्यावरण के अनुकूल बैग की मांग में 63 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
पर्यावरण के अनुकूल बैगों की अधिकांश मांग टियर- I शहरों में देखी गई, जिनकी मांग में 40% की वृद्धि देखी गई है। हालांकी टियर- II शहरों मे यह मांग 60% से अधिक देखी गई।
जस्ट डायल के सीएमओ प्रसून कुमार का कहना है की "यह देखना रोमांचक है कि हम स्थिरता को अपनाने के लिए तैयार हैं क्योंकि देश एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक से दूर जा रहा है, यह समय की आवश्यकता है, इसके परिणामस्वरूप प्लास्टिक बैग के प्रतिस्थापन के रूप में पर्यावरण के अनुकूल बैग की भारी मांग हुई है प्रमुख बाजारों में संस्थागत खरीदार भी कागज, जूट और कपास के बैग में स्थानांतरित हो गए हैं"
पूरे भारत में पर्यावरण के अनुकूल बैग की लगभग 45% मांग के साथ पेपर बैग का बोलबाला है। पेपर बैग की मांग (MoM) में 67% की वृद्धि हुई, जिसमें टियर- I शहरों में 41% और टियर- -II में 83% की वृद्धि हुई। टियर- I शहरों में, दिल्ली ने लगभग एक तिहाई मांग उत्पन्न की, इसके बाद मुंबई और बेंगलुरु दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।
त्रिशूर, चंडीगढ़, सूरत, कोयंबटूर और तिरुवनंतपुरम शीर्ष -5 टियर- II शहर uw जिनमें पेपर बैग की सबसे अधिक मांग देखी गई।
जस्ट डायल पर पर्यावरण के अनुकूल बैगों की लगभग 35% मांग जूट के थैलों की थी, जिसमें 22% (MoM) की वृद्धि देखी गई। टियर- I शहरों में, मांग में 22% की वृद्धि हुई, और टियर-II शहरों में यह 21% थी।
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