मुंबई - होटल और रेस्टोरेंट में खाने के बिल पर सर्विस चार्ज देना वैसे तो ग्राहक की इच्छा पर निर्भर करता है, लेकिन कई होटल और रेस्टोरेंट्स संचालक कुल बिल का 10 से 20 फीसदी तक सर्विस चार्ज के तौर पर ले रहे हैं। जबकि उपभोक्ता मामलों के विभाग ने यह स्पष्ट किया है कि सर्विस चार्ज वैकल्पिक है और इसे बिल में जोड़ने से पहले होटल या रेस्टोरेंट्स को ग्राहकों से उनकी मंजूरी लेनी चाहिए। मुंबई ग्राहक पंचायत ने इसके लिए वाट्सऐप नंबर जारी कर ग्राहकों से उसपर शिकायत भी मंगवाई है। ग्राहक पंचायत ने अब होटल में सेवा शुल्क के संदर्भ में टू पे ऑर नॉट टू पे नाम से एक ऑनलाइन सर्वेक्षण शुरू किया है। मुंबई ग्राहक पंचायत के कार्याध्यक्ष एड. शिरिष देशपांडे ने बताया कि दो दिन पहले शुरू किया गया यह सर्वेक्षण 27 जनवरी तक चलेगा। जिसमें ग्राहकों से तमाम तरह के प्रश्न पूछे जाएंगे जिसके बाद सर्वेक्षण के आधार पर केंद्र से होटल-रेस्टोरेंट के सेवाशुल्क रद्द करने की मांग करेंगे।