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स्लम में रहने वालों की इम्युनिटी सिस्टम है मजबूत, दे रहे हैं कोरोना को मात

सर्वे में जो बात सामने आई है वो यह कि, झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले 57 फीसदी लोगों की इम्युनिटी काफी मजबूत है। जबकि अन्य आवासीय क्षेत्रों में 16 फीसदी निवासियों में एंटीबॉडी पाए गए।

स्लम में रहने वालों की इम्युनिटी सिस्टम है मजबूत, दे रहे हैं कोरोना को मात
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कोरोना (Covid-19) के बढ़ते हुए प्रकोप को देखते हुए हाल ही में BMC द्वारा CERO सर्वे किया गया था। इस सर्वे में जो बात सामने आई है वो यह कि, झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले 57 फीसदी लोगों की इम्युनिटी काफी मजबूत है। जबकि अन्य आवासीय क्षेत्रों में 16 फीसदी निवासियों में एंटीबॉडी पाए गए।

जुलाई के पहले दो हफ्तों में नीति आयोग, मुंबई नगर निगम, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ बेसिक रिसर्च (TIFR) की ओर से जुलाई के पहले दो हफ्तों में आर नॉर्थ (दहिसर), एम वेस्ट (चेंबूर) और एफ नॉर्थ (माटुंगा) जैसे इलाकों में 6,936 लोगों पर सेरो सर्वे किया गया। इस सर्वे में स्लम में रहने वाले 4 हजार और बिना स्लम में रहने वाले 3 हजार लोगों के नमूने लिए गए। जिसकी रिपोर्ट से यह ज्ञात हुआ कि स्लम इलाके में रहने वाले 57 फीसदी और अन्य क्षेत्रों में रहने वाले 16 फीसदी लोगों में एंटीबाडी तत्व पाए गए। यह एक ऐसा तत्व है जिससे बॉडी की इम्युनिटी सिस्टम काफी मजबूत होती है। औऱ इम्युनिटी सिस्टम मजबूत होने के कारण कोरोना नहीं होता। मतलब कि इतने लोग कोरोना मुक्त हो चुके थे। साथ ही इनमें से कइयों में कोरोना के कोई लक्षण नहीं पाए गए, और जिन लोगों में लक्षण मिले तो वे माइल्ड थे।

कितनी अजीब बात है, पहले यह कहा जा रहा था कि, अन्य क्षेत्रों के निवासियों की तुलना में झुग्गी में रहने वाले लोगों में कोरोना से संक्रमित होने की अधिक संभावना है। लेकिन, कोरोना के एंटीबॉडी तत्व झुग्गी बस्तियों में रहने वाले लोगो में अधिक पाए जा रहे हैं। इस एंटीबॉडी तत्व की मात्रा पुरुषों की तुलना में महिलाओं में थोड़ी अधिक है।  सर्वेक्षण का पहला चरण हर्ड इम्युनिटी के अध्ययन केे लिए पूरक होगा। अगस्त में इन वार्डों का फिर से सर्वे किया जाएगा। इस सर्वेक्षण सेे लोगों में हर्ड इम्युनिटी को समझने में मदद करेगा।

यह अभी भी अनिश्चित है कि हर्ड इम्युनिटी तैयार होने के लिए कितनी मात्रा में एंटीबॉडी तत्व शरीर में पाए जाने चाहिए। यदि शरीर में बड़ी संख्या में एंटीबॉडी का स्तर रहता है, तो यह अनुमान लगाया सकता है कि, मुंबई हर्ड इम्युनिटी के रास्ते पर जा सकती है।

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