राज्य में सर्दी बुखार और डेंगू की महामारी पर अंकुश लगाने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि, रुक-रुक कर हो रही बारिश और बढ़ते तापमान के कारण महज 10 दिनों में बड़ी संख्या में सर्दी बुखार और डेंगू के मरीज पाए गए हैं। 28 सितंबर से 7 अक्टूबर तक 10 दिनों के दौरान सर्दी बुखार के 625 और डेंगू के 845 मामले सामने आए हैं। सितंबर से रुक-रुक कर हो रही भारी बारिश और भीषण गर्मी के कारण पिछले कुछ दिनों में राज्य में सर्दी बुखार के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।
राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि सर्दी बुखार और डेंगू के मरीजों की संख्या अधिक है। इस आंकड़े के अनुसार, 28 सितंबर से 7 अक्टूबर तक 10 दिनों में राज्य में 625 सर्दी बुखार के मरीज पाए गए हैं। मुंबई में सबसे ज्यादा 273 सर्दी बुखार के मरीज पाए गए हैं। उसके तहत गढ़चिरौली में 134 और ठाणे में 29 मरीज पाए गए हैं। लेकिन इस दौरान सर्दी बुखार के कारण एक भी मरीज की मौत नहीं हुई। राज्य में अब तक सर्दी बुखार के 15,682 मरीज पाए गए हैं।
सर्दी बुखार की तरह डेंगू के मरीजों की संख्या में भी काफी वृद्धि हुई है। इन सात दिनों में राज्य में डेंगू के 845 मामले सामने आए हैं। इसमें सबसे ज्यादा मुंबई में 278, नासिक में 50, कोल्हापुर में 42, पालघर में 18, कल्याण में 16 और गढ़चिरौली में 11 मरीज सामने आए हैं। राज्य में अब तक डेंगू के 14,439 मामले सामने आए हैं।
चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि
सितंबर में राज्य में चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में अचानक वृद्धि हुई है। चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। 28 सितंबर से 7 अक्टूबर तक 10 दिनों में राज्य में चिकनगुनिया के 434 मामले सामने आए हैं। इसलिए अक्टूबर की शुरुआत में सर्दी के बुखार, डेंगू के साथ चिकनगुनिया के मरीजों में भी बढ़ोतरी देखी गई। सितंबर में राज्य में 1061 मरीज मिले।
जनवरी से अब तक राज्य में चिकनगुनिया के 3,259 मामले पाए गए हैं। पुणे में 227 मरीज मिले हैं, येरवडा, नगर रोड, घोले रोड के इलाकों में ज्यादा मरीज मिले हैं। यहां किए गए निरीक्षण में 138 लोगों को नोटिस दिया गया है और दंडात्मक कार्रवाई के जरिए 41,700 रुपये वसूले गए हैं।
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