दहिसर – अगंदान का असली महत्व तब समझ में आता है, जब आपके परिवार को उसकी जरूरत होती है। दहिसर निवासी दिलीप संपत (53) का एक्सीडेंट हुआ था, जिसके बाद उन्हें जोगेश्वरी के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उनके ब्रेन को डेड घोषित कर दिया। परिवार वालों के लिए यह बड़ा झटका था। पर परिवारवालों ने बड़ा दिल दिखाते हुए व तीन जिंदगियों को बचाने के लिए संपत की किडनी और लीवर का दान किया।