भले ही मुंबई मे बारिश थोड़ी कम हो गई हो लेकिन इसके साथ ही मुंबई में डेंगू ( dengue in mumbai) अब भी चिंता का विषय बना हुआ है। मुंबई में बारिश के जुड़ी बाकी बीमारियों में कमी देखी जा रही है। लेकिन डेंगू के नंबर अभी भी बीएमसी को परेशान कर रहे है। बीएमसी ( bmc) ने मंगलवार को कहा कि डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं और नागरिकों से मच्छरों के प्रजनन को रोकने का आग्रह किया।
अगस्त से डेंगू के मामलों में वृद्धि
आमतौर पर, मुंबई में अगस्त से डेंगू के मामलों में वृद्धि देखी जाती है, जब बारिश रुक-रुक कर होती है, जिससे मच्छरों के प्रजनन के लिए अनुकूल हो जाता है। सितंबर के चार दिनों में, लगभग 30 पुष्ट मामले सामने आए हैं, जबकि अगस्त में लगभग 170 मामले बीएमसी को सूचित किए गए थे। इस साल कुल मिलाकर डेंगू के 382 मामले और दो मौतें हुई हैं।
बीएमसी के कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मंगला गोमारे ने कहा, "डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं और लोगों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके घरों और कार्यस्थलों पर प्रजनन न हो।"
स्वाइन फ्लू के बाद अब मुंबई में डेंगू और मलेरिया( maleria) के मामले बढ़ते जा रहे हैं। पिछले चार दिनों में शहर में प्रतिदिन मलेरिया के 22 और डेंगू के 7 मामले सामने आ रहे हैं। इसलिए पिछले चार दिनों में 89 मरीजों में मलेरिया और 30 मरीजों में डेंगू का पता चला है।
बीएमसी अधिकारियों के मुताबिक डेंगू और मलेरिया के ज्यादातर मामले बी, एफ साउथ, जी नॉर्थ, डी और ई वार्ड से सामने आए हैं। सितंबर की शुरुआत से अक्टूबर तक डेंगू और मलेरिया के मामलों में वृद्धि देखी जाती है। COVID-19 से पहले मलेरिया के मामले कम और डेंगू के मामले ज्यादा थे, लेकिन इस बार दोनों के मामले काफी ज्यादा हैं।
डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए सलाह