Advertisement

तंबाकू प्रोडक्ट पर हो 85 प्रतिशत कैंसर से जुड़ा विज्ञापन , डॉक्टरों की मांग !

कर्नाटक हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार के फैसले को ज्यादा बड़े विज्ञापन वाले आदेश को पलट दिय़ा है।

तंबाकू प्रोडक्ट पर हो 85 प्रतिशत कैंसर से जुड़ा विज्ञापन , डॉक्टरों की मांग !
SHARES

सिगरेट के पैकेट पर एक साइड के 85 प्रतिशत हिस्से पर कैंसर से जुड़ी विज्ञापन की मांग अब डॉक्टरों की ओर से भी होने लगी है। देश भर में 453 विशेषज्ञ डॉक्टर और 10 प्रख्यात चिकित्सा संस्थानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है जिसमें इसकी मांग की गई है। इस पत्र में, कर्नाटक उच्च न्यायालय द्वारा दिये गए निर्णय के खिलाफ डॉक्टरों की मांग है की सिगरेट के पैकेट के एक साइड पर कैंसर के विज्ञापन की साईज पैकेट की 85 प्रतिशत हो।


बिना सरकारी आदेश के सिगरेट की दुकानों पर अब नहीं मिलेंगे चॉकलेट,चिप्स सहित कई सामान


कर्नाटक हाईकोर्ट के फैसले का विरोध

सिगरेट के पैकेट के एक हिस्से के बाजू पर 85 प्रतिशत हिस्से पर कैंसर से जुडी विज्ञापन पर कर्नाटक हाईकोर्ट ने पाबंदी लगा दी थी और केंद्र सरकार के कानून को रद्द कर दिया था। जिसके कारण देश में शुरु तंबाकू विरोधी अभियान को गहरा धक्का लगा है। जिसपर डॉक्टरों ने नाराजगी व्यक्त की है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आयएमए) के डॉक्टरों ने मांग की है की सिगरेट पर छपे विज्ञापनों द्वारा ही लोगों को पता चलता है की सिगरेट उनकी सेहत के लिए कितनी नुकसान दायक है। इसलिए विज्ञापन का आकार 85 प्रतिशत होना चाहिए। 



तंबाकू की वजह से भारत में हर साल 10 लाख लोगों की मौत

तंबाकू के सेवन के कारण होनेवाली बीमारियों से भारत में हर साल 10 लाख लोगों की मौत हो जाती है। भारत में एक आकड़े के अनुसार 26.7 करोड़ लोग तंबाकू का सेवन करते है। 5500 बच्चों को हर साल तंबाकू खाने की आदत लग जाती है।


11 लाख की नकली सिगरेट बरामद


मुंह के कैसर बेहद गंभीर

टाटा मेमोरिअल अस्पताल के सिर और गर्दन के कैंसर विशेषज्ञ डॉ. पकंज चतुर्वेदी का कहना है की पैकेट पर छपी चेतावनी के कारण लोगों को कैंसर के बारे में जानकारियां मिलती है। चित्रों में दिखाए जानेवाले तस्वीरों से भी गंभीर मरीज हमारे पास इलाज के लिए आते है। टाटा मेमोरियल अस्पताल में हर रोज 10 से 15 मरीज मुंह के कैंसर के होते है। जिसमें से कईयों की मौत 3 से 6 महीनों के अंदर ही हो जाती है।


कड़ी सुरक्षा के बाद भी नये साल पर ड्रिंक एंड ड्राइव के मामले बढ़े


केंद्र सरकार दे दखल

संबंध हेल्थ फाइंडेशन के ट्रस्टी प्रदीप माथूर का कहना है की भारत में तंबाकू के सेवन से 10 लाख लोगों की मौत हो गई है। पैकेट पर छापे गए विज्ञापन लोगों को सही संदेश देते है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वस्थ भारत का सपना देखा है। जिसपर अब केंद्र सरकार को इस मामले में दखल देना चाहिए।

Read this story in मराठी
संबंधित विषय
Advertisement
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें