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गोकुलदास तेजपाल अस्पताल में जल्द शुरु होगा स्वतंत्र ‘पोडियाट्रिक’ विभाग

गोकुलदास तेजपाल अस्पताल में जल्द ही एक स्वतंत्र ‘पोडियाट्रिक’ विभाग की शुरुआत की जाएगाी। इसका सबसे ज्यादा फायदा डायवीटीस के मरिजों को होगा।

गोकुलदास तेजपाल अस्पताल में जल्द शुरु होगा स्वतंत्र ‘पोडियाट्रिक’ विभाग
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अपने शरीर का पूरा भार उठानेवाले अपने पैरों पर हम कम ही ध्यान देते है। और यहा कारण है की भारत में 20 फिसदी लोगों को अलग अलग तरह की पैरो से जुड़ी बीमारिया है जिसके कारण उन्हे अपने पैर गंवाने पड़ते है। इसी को देखते हुए गोकुलदास तेजपाल अस्पताल में जल्द ही एक स्वतंत्र ‘पोडियाट्रिक’ विभाग की शुरुआत की जाएगाी। इसका सबसे द्यादा फायदा डायवीटीस के मरिजों को होगा।

जी.टी.अस्पताल के सर्जरी विभाग के डॉ. विनया अंबारे का कहना है की अस्पताल में आनेवाले मधूमेह के तीस फिसदी मरीजों को पैरों से संबंधित बीमारी होती है। ऐसे मरीजों के निवारक और आधुनिक उपचार के लिए जल्द ही एक स्वतंत्र ‘पोडियाट्रिक’ विभाग की स्थापना की जाएगी , जिससे मधूमेह के मरीजों को जल्द से जल्द ठिक होने में सहायता मिले।

कैसे होगा इलाज-

फिलहाल बीएमसी और सरकारी अस्पताल में मधुमेह के मरीजों के पैरो में से एक बडा सा हिस्सा निकाल लिया जाता है। जिसके कारण मरीजों को काफई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, लेकिन इस पद्धती के बाद पैरो के बड़े हिस्सों को काटने की जरुरत नहीं पड़ेगी और साथ ही एक छोटे से हिस्से को कांटकर उसके उपर फिर से इलाज किया जा सकता है।

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