परेल – मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की फटकार के बाद आखिरकार रेजिडेंट डॉक्टरों ने हड़ताल वापस ले ली। पांच दिन चली इस हड़ताल से मरीजों और उनके परिजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। अनेक अस्पतालों में मरीजों के परिजन बिना कुछ खाए पीए मरीज की देखभाल करते रहे। लेकिन अनुजा चौबे और ज्योति देव ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए केईम अस्पताल में मरीजों के परिजनों के बीच मुफ्त में खाद्य वितरण किया।
इस मौके पर अनुजा चौबे ने कहा कि मुझे किसी भी तरह की कोई प्रसिद्धि नहीं चाहिए। अस्पताल में हो रही मरीजों के परिजनों की परेशानी को देखकर मैंने अन्न दान का फैसला लिया।
एक तरफ मरीजों की जान बचाने वाले डॉक्टर हड़ताल कर मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ करते हैं तो वहीं दूसरी तरह इस समाज में अनुजा चौबे और ज्योति देव जैसी महिलाएं भी हैं जो लोगों की सेवा कर अपने मानव होने की मिसाल पेश कर रही हैं।