महाराष्ट्र में 10 लाख से कम लोग जिनमें फ्रंटलाइन कार्यकर्ता और वरिष्ठ नागरिक शामिल हैं जिन्हें बूस्टर डोज़ दिया जाएगा। सोमवार, 10 जनवरी से बूस्टर डोज़ की शुरुआत की जा रही है।
खातों के आधार पर, इन समूहों के दो लाख से कम लोग अपनी बूूूस्टकेरखुराक पाने के पात्र हैं। हालांकि इस बीच चिकित्सा जगत के लोगो की भी चिंता बनी हुई है । केंद्र द्वारा दूसरी और तीसरी खुराक के बीच नौ महीने की अवधि ने उनमें से अधिकांश को बूस्टर खुराक के लिए अयोग्य बना दिया है।
इसके अलावा काफी संख्या में चिकित्सक COVID-19 के लिए सकारात्मक (Corona positive) परीक्षण कर रहे हैं, उन्हें अपनी एहतियाती खुराक प्राप्त करने में तीन महीने और देरी करने की आवश्यकता होगी।
केंद्र ने बूस्टर डोज़ को प्रीकॉशन डोज़ के रूप में शुरू किया है और यह उन लोगों को दिया जा रहा है, जिन्होंने 10 अप्रैल, 2021 तक अपना दूसरा डोज़ प्राप्त कर लिया है। केवल उन वरिष्ठ नागरिकों को बूस्टर के लिए पात्र बनाया गया है, जिन्हें कॉमरेडिडिटी है और 60 वर्ष से अधिक आयु के है।
राज्य के आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र में अनुमानित 29 लाख वरिष्ठ नागरिकों में से 1,00,452 कॉमरेडिडिटी वाले सोमवार को अपनी एहतियाती खुराक ले सकते है।
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