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राज्य में होंगे 75000 रैपिड टेस्ट

केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को रैपिड टेस्ट के लिए इजाजत दे दी है

राज्य में होंगे 75000 रैपिड टेस्ट
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महाराष्ट्र में, कोरोना परीक्षण ICMR प्रोटोकॉल के अनुसार किए जा रहे हैं।  केंद्र सरकार ने राज्य को कुछ मानदंडों के साथ तेजी से परीक्षण करने की मंजूरी दी है।  इस हिसाब से राज्य में 75 हजार टेस्ट आयोजित किए जाएंगे।  इसने मुंबई में कुछ स्थानों पर निवारक उपाय के रूप में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की गोलियां देने का फैसला किया है।  साथ ही अब राज्य के कोरोना ट्रीटमेंट अस्पतालों में भी इस गोलियों को बता जाएगा।


स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने आज यहां ऑक्सीजन स्टेशन पर जोर दिया।  स्वास्थ्य मंत्री ने फेसबुक लाइव के माध्यम से बातचीत की।  उन्होंने उस समय कोरोना को रोकने के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे उपायों की जानकारी दी।राज्य में कोरोना रोगियों की संख्या बढ़ रही है क्योंकि राज्य में अधिकांश परीक्षण किए गए हैं।  इसके लिए ICMR के निर्देशों का सख्ती से पालन किया जा रहा है।  वहीं, डोर टू डोर नागरिकों का स्वास्थ्य सर्वेक्षण किया जा रहा है।  इसके लिए 90 टीमें काम कर रही हैं।  सर्वे बिना किसी समझौता के किया जा रहा है।


 


कोरोना उपचार के लिए अस्पतालों में रुग्ण ऑक्सीजन स्टेशन स्थापित किए जाएंगे।  इसमें प्रत्येक बेड के पास एक ऑक्सीजन मास्क और उस पर ऑक्सीजन की आपूर्ति करने के लिए एक सिस्टम होगा।  इसलिए, रोगियों की आवश्यकता होने पर इसका उपयोग किया जाएगा।  इसके निर्माताओं को मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति को कम नहीं करने की सलाह दी गई है।चूंकि हाइड्रोक्लोरोक्वीन निरोधात्मक शक्ति को बढ़ाता है, इसलिए इसे मुंबई में कुछ क्षेत्रों में इन गोलियों के वितरण के लिए अनुमोदित किया गया है।  हालांकि, ये गोली उन लोगों को नहीं दिया जाएगा जिन्हें हृदय रोग है या जो 60 वर्ष से अधिक और 15 वर्ष से कम हैं



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