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महाराष्ट्र- राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान के तहत 95 लाख 64 हजार 613 बच्चों को पोलियो की खुराक

राज्य में कुल 89,299 बूथ एवं ट्रांजिट टीम, 27,553 मोबाइल टीम, 15,430 रात्रि टीम एवं 642 रात्रि टीम द्वारा 0 से 5 वर्ष के 95,64,613 बच्चों को पोलियो की खुराक दी गई

महाराष्ट्र- राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान के तहत 95 लाख 64 हजार 613 बच्चों को पोलियो की खुराक
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राष्ट्रीय पल्स पोलियो प्रतिरक्षण अभियान के तहत रविवार 3 मार्च को प्रदेश के 0 से 5 वर्ष तक के 95 लाख 64 हजार 613 बच्चों को पोलियो की खुराक दी गयी। स्वास्थ्य मंत्री प्रो. डॉ .तानाजी सावंत ने राज्य के लोगों से अपने 5 साल से कम उम्र के सभी बच्चों को पोलियो की खुराक देने की अपील की। (Maharashtra Polio dose given to 95 lakh 64 thousand 613 children under National Pulse Polio Campaign)

ग्रामीण क्षेत्रों में 3 दिन और शहरी क्षेत्रों में 5 दिन आईपीपीआई लागू

राज्य में कुल 89,299 बूथ एवं ट्रांजिट टीम, 27,553 मोबाइल टीम, 15,430 रात्रि टीम एवं 642 रात्रि टीम द्वारा 0 से 5 वर्ष के 95,64,613 बच्चों को पोलियो की खुराक दी गई है। इसके बाद ग्रामीण क्षेत्रों में 3 दिन और शहरी क्षेत्रों में 5 दिन (आईपीपीआई) लागू किया जाएगा और घर-घर जाकर छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा।

राज्य स्तरीय नियंत्रण अधिकारियों की नियुक्ति की गई और उनके माध्यम से सभी जिलों और नगर पालिकाओं में अभियान की निगरानी की गई। साथ ही जिला स्तर और तालुका स्तर पर पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की गई और उनके माध्यम से अभियान की निगरानी की गई। सभी सरकारी विभाग, गैर सरकारी संगठन, विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ, जे. एस.आई., ए.पी. गैर सरकारी संगठनों की भागीदारी से अभियान को शत-प्रतिशत सफल बनाने में मदद मिली।

देश में पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम के तहत पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान 1995 से चलाया जा रहा है। 3 मार्च 2024 को केन्द्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप प्रदेश में राष्ट्रीय पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान लागू किया गया।इस अभियान के तहत 0 से 5 वर्ष तक के सभी बच्चों को पोलियो की अतिरिक्त खुराक दी गई है।

27 मार्च 2014 को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत को पोलियो मुक्त प्रमाणित किया। पोलियो प्रभावित देशों से आप्रवासन से देश में पोलियो के मामलों का खतरा बढ़ सकता है। इसके लिए पोलियो उन्मूलन हेतु पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित करना आवश्यक है।

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