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फर्जी कोरोना सेंटर के माध्यम से 2 हजार लोगों को लगाया गया नकली टीका, राज्य सरकार ने कोर्ट को दी जानकारी

सरकार ने मामले को संभालने के लिए कोर्ट से एक हफ्ते का समय मांगा है। अदालत ने सरकार को भविष्य में इस तरह के घोटालों को रोकने के लिए योजना बनाने के लिए पांच दिन का समय दिया है।

फर्जी कोरोना सेंटर के माध्यम से 2 हजार लोगों को लगाया गया नकली टीका, राज्य सरकार ने कोर्ट को दी जानकारी
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मुंबई (mumbai) में फर्जी टीकाकरण शिविरों (fake vaccination center) के माध्यम से 2,000 से अधिक लोगों को टीका लगाया गया है, यह चौकानें वाला खुलासा राज्य सरकार की तरफ से मुंबई उच्च न्यायालय (bombay high court) को बताया गया। राज्य सरकार ने यह जानकारी लोगों को कोरोना का टीका लगवाने में आ रही दिक्कतों को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान दी है।

इतने सारे लोग फर्जी टीकाकरण का शिकार होने के बाद कोर्ट ने कहा, "हम उन लोगों की दुर्दशा के बारे में चिंतित हैं। इसकी जांच होनी चाहिए।  क्या नकली टीके के कोई दुष्प्रभाव हैं? इससे अवगत रहें। क्या उनके शरीर में एंटीबॉडी विकसित हो गई हैं? उन्हें सलाइन अथवा अन्य कुछ दिया गया था क्या?

राज्य सरकार की तरफ से अदालत को जानकारी देते हुए आगे बताया गया कि 2,053 लोगों को नकली टीके लगाए गए हैं। इनमें बोरीवली में 514, वर्सोवा से 365, कांदिवली से 398, लोअर परेल से 207, मलाड पश्चिम से 30 और अन्य जगहों से भी कुछ लोग शामिल हैं।

सरकार को फटकार लगाते हुए कोर्ट ने कहा, " आप लोगों के द्वारा इतने सारे प्रयत्न करने के बाद भी यह हुआ आप लोग कर क्या रहे थे?"

सरकार ने मामले को संभालने के लिए कोर्ट से एक हफ्ते का समय मांगा है। अदालत ने सरकार को भविष्य में इस तरह के घोटालों को रोकने के लिए योजना बनाने के लिए पांच दिन का समय दिया है।

बता दें कि, कांदिवली के हीरानंदानी हेरिटेज हाउसिंग कॉम्प्लेक्स के निवासियों ने फर्जी कोरोना वैक्सीन के बारे में खुलासा करते हूए बताया कि, मुख्य आरोपी राजेश पांडेय और उसके साथियों ने शहर में नौ जगहों पर फर्जी कैंप लगाया और इस कैंप को कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल से संबंधित बताया था। 

शिविर समाप्त होने के बाद निवासियों को सौंपे गए प्रमाण पत्रों पर अन्य अस्पतालों, चिकित्सा सेवा प्रदाताओं के नाम थे। साथ ही निवासियों के नाम सहित अन्य विवरण भी गलत थे। इस तरह की सूचना पर रहवासियों ने कोकिलाबेन अस्पताल में पूछताछ की। जिसके बाद अस्पताल ने स्पष्ट किया कि तब ऐसा कोई शिविर नहीं लगाया गया था।

इस धोखाधड़ी की जानकारी मिलते ही निवासियों ने कांदिवली थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने अब तक मामला दर्ज कर छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, पांडे और उसके गिरोह ने हीरानंदानी हेरिटेज हाउसिंग के निवासियों से टीकाकरण के लिए प्रत्येक से 1,250 रुपये लिए थे।

कांदिवली के अलावा अंधेरी, बांद्रा में फिल्म कंपनियों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायतों के आधार पर वर्सोवा, खार थाने में भी गिरोह के खिलाफ अलग से मामला दर्ज किया गया है।

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