एनजीओ प्रजा ने गुरुवार को एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें कहा गया है कि टीबी उपचार (डीओटीएस) से बाहर निकलने वालो की संख्या मुंबई में काफी बढ़ती जा रही है। मुंबई में डीओटीएस से बाहर निकलनेवाले मरीजों की संख्या 2013 में 12 प्रतिशत से बढ़कर 2017 में 15 फीसदी हो गई है। एनजीओ के श्वेत पत्र में बताया गया है कि टीबी के मामलों में 55,130 की वृद्धि हुई है।
हर साल, एनजीओ आरटीआई का उपयोग करते हुए बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) स्वास्थ्य विभाग से एकत्रित आंकड़ों का विश्लेषण करने वाली वार्षिक स्वास्थ्य रिपोर्ट पेश करता है। प्रजा के मिलिंद मास्के ने कहा कि राज्य में टीबी के मरीजों का इलाज करनेवाले बीच में भी अपना इलाज बंद करवा रहे है। राज्य सरकार को इस बात का पता लगाना चाहिए की आखिर मरीज बीच में ही अपना इलाज क्यों छोड़ रहे है।
प्रजा एनजीओ के इस साल के श्वेत पत्र में मृत्यु डेटा शामिल नहीं था क्योंकि उन्हें दूसरी अपील के बावजूद आरटीआई के तहत यह जानकारी नहीं मिली थी।