मई महीने के पहले मंगलवार को अस्थमा (दमा) दिवस मनाया जाता है। एक आंकड़े के अनुसार पुरे विश्व में हर साल 1.80 लाख बच्चे दमा के कारण मौत के मुंह में समा जाते हैं। इनमें 10 से 15 फीसदी बच्चे 5 से 12 उम्र के होते हैं। यही नहीं इसकी चपेट में महिलाएं भी आती हैं। कई युवा महिलाए और लड़कियां सुंदर दिखने की चाहत में डाईट करती हैं दिन भर वे कुछ नहीं खाती, जिससे उनके आहार में पोषक तत्वों की कमी आ जाती है। उनका शरीर कमजोर हो जाता है, वजन में भी कमी आ जाती है। इसे सांस लेने में तकलीफ होती है और दमा का अटैक भी आने की संभावना रहती है
जिन लोगों को दमा की शिकायत होती है उनकी श्वासनलिका अन्य लोगो की अपेक्षा अधिक संवेदनशील होती है। धुल और प्रदुषण के सम्पर्क में आकर इनकी श्वासनलिका सूज जाती है, जिसके परिणामस्वरुप कफ की शिकायत होती है, खांसी और सांस लेते समय घर घर की आवाजे आना, सर्दी होना जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं। यह एक ऐसी बीमारी है जिसका उपचार लंबा होता है।
महिलाओं को दमा होने में उनके हारमोंस का बहुत बड़ा हाथ होता है। जो महिलाए धुम्रपान करती हैं उनको दमा होने की संभावना और भी अधिक होती है। जैसे-जैसे महिलाओं की उम्र बढ़ती जाती है वैसे वैसे उनको दमा होने की संभावना भी बढ़ती जाती है। यहीं नहीं धुम्रपान करने वाली महिलाओ के गर्भ में पल रहे बच्चे को भी दमा होने की संभावना अधिक रहती है. - डॉ.इंदू बुबना, ह्रदयरोग विशेषज्ञ
दमा के कारण
• घर का धूल भरा वातावरण
• घर के पालतू जानवर
• बाहर का वायु प्रदूषण
• सुगंधित सौन्दर्य (perfumed cosmetics) प्रसाधन
• सर्दी, फ्लू, ब्रोंकाइटिस (bronchitis) और साइनसाइटिस (sinusitis) का संक्रमण
• ध्रूमपान
• अधिक मात्रा में शराब पीना
• व्यक्ति विशेष का कुछ विशेष खाद्द-पदार्थों से एलर्जी
• महिलाओं में हार्मोनल बदलाव
• कुछ विशेष प्रकार के दवाएं
• सर्दी के मौसम में ज़्यादा ठंड
एलर्जी के बिना भी दमा का रोग शुरू हो सकता हैं-
• तनाव या भय के कारण
• अतिरिक्त मात्रा में प्रोसेस्ड या जंक फूड खाने के कारण
• ज़्यादा नमक खाने के कारण
• आनुवांशिकता (heredity) के कारण आदि।
लक्षण-
दमा के लक्षण की बारे में बात करते ही पहली बात जो मन में आती है, वह है साँस लेने में कठिनाई। दमा का रोग या तो अचानक शुरू होता है या खाँसी, छींक या सर्दी जैसे एलर्जी वाले लक्षणों से शुरू होता है।
• सांस लेने में कठिनाई होती है
• सीने में जकड़न जैसा महसूस होता है
• दमा का रोगी जब साँस लेता है तब एक घरघराहट जैसा आवाज होती है
• सांस तेज लेते हुए पसीना आने लगता है
• बेचैनी-जैसी महसूस होती है
• सिर भारी-भारी जैसा लगता है
• जोर-जोर से सांस लेने के कारण थकावट महसूस होती है
• स्थिति बिगड़ जाने पर उल्टी भी हो सकती है आदि।