गोरेगांव स्थित सिद्धार्थनगर में पत्राचॉल पुनर्विकास के काम की गलत रिपोर्ट सौंपने और सरकार को भ्रमित करने के मामले में म्हाडा के 2 अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। यह खबर सूत्रों के हवाले से सोमवार को मिली है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आदेश के बाद सप्ताहभर में 3 अधिकारियों के निलंबित किए जाने से म्हाडा का भ्रष्टाचार चर्चा का विषय बन गया है।
कौन हैं ये कर्मचारी?
म्हाडा के मुंबई इमारत मरम्मत और पुनर्रचना मंडल में उपमुख्य अधिकारी पद पर कार्यरत रहे एस. जी. घोडे और इसी मंडल में कार्यकारी इंजीनियर के पद पर कार्यरत के. डी. सुरवाडे इन दोनों अधिकारियों को निलंबित किया गया है। ये दोनों अधिकारी दुरूस्ती मंडल में कार्यरत थे वहीं म्हाडा उपाध्यक्ष मिलिंद म्हैसकर ने इन अधिकारियों का निलंबन मुंबई मंडल के मामले के तहत किया है।
किस मामले में निलंबन
सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक 2005 में जमीन वितरण में हुए घपले के चलते इन्हें निलंबन किया गया है। जमीन वितरण में अनियमितता, नियमों को तोड़ने तथा लेखाजोखा में गड़बड़ी करने के चलते यह निर्णय लिया गया है।