Advertisement

सस्ते म्हाडा का 'महंगा' घर


सस्ते म्हाडा का 'महंगा' घर
SHARES





गरीबों के लिए उनके बजट में घर उपलब्ध कराने का दावा करने वाली म्हाडा एक बार फिर तथाकथित 'सस्ते' घरों को लेकर सवालों के घेरे में है। म्हाडा के द्वारा जारी किए गये 'सस्ते' घरों की कीमतें सुनकर गरीबों को चक्कर आ रहा है, तो वहीँ गरीबो के घरों की संख्या को लेकर भी म्हाडा का मजाक बन रहा है। अति निम्न आय वाले वर्ग के लिए म्हाडा ने मात्र 8 घर ही शामिल किया है, जबकि उच्च आय वाले वर्ग के लिए 338 घर हैं जिनमे से लोअर परेल में बने 36 घरों में से 34 की कीमतें 1 करोड़ से अधिक की हैं जबकि दो घरों की कीमतें दो करोड़ के आसपास की है।

यह भी पढ़े : इंतजार हुआ खत्म, म्हाडा 819 घरों के लिए 10 नवंबर को घोषित करेगी लॉटरी

म्हाडा ने 819 घरों के लिए विज्ञापन प्रकाशित किया है। इनमें से 204 घर ऐसे हैं जिनकी लागत डेढ़ से दो करोड़ की है। म्हाडा के विज्ञापन के मुताबिक, परेल में बने उच्च आय वालों के लिए 'सिटी व्यू' के कुल 36 घरों में से दो घरों की कीमत लगभग दो करोड़ के आसपास है। 44.21 वर्ग मीटर के घर की कीमत लगभग 1 करोड़ 95 लाख 67 हजार 103 रुपए है। दूसरी ओर, लोअर परेल के 33.82 वर्ग मीटर का घर 1 करोड़ 42 लाख 96 हजार 517 रुपए है। इसी 'सिटी व्यू' में 34 घर लगभग 1.5 करोड़ रुपये के हैं।

यह भी पढ़े : लोअर परेल में म्हाडा के घर की किमत 1 करोड़ 95 लाख

प्रॉपर्टी के लिहाज से देखें तो लोकर परेल मुंबई के प्राइम लोकेशन में आता है। इसीलिए यहां की जमीनों के भाव आसमान छूते हैं। यहां के जो बिल्डर हैं वे घरों की कीमतें 35 हजार से लेकर 38 हजार प्रति स्क्वायर फीट बेचते हैं, लेकिन म्हाडा के घरों की कीमतें 43 हजार स्क्वायर फीट है। बता दें कि म्हाडा को यह घर उपकर प्राप्त इमारतों के पुनर्वसन पर बतौर हाउसिंग स्टॉक मिले हैं। यानी की इसके लिए म्हाडा को न तो कंस्ट्रक्शन चार्ज देना पड़ा और न ही जमीन के लिए पैसे देने पड़े हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि फ्री में मिले म्हाडा इन घरों की कीमत बाजार भाव से भी अधिक क्यों लगा रही है? म्हाडा उच्च आय वाले घरों की कीमत का निर्धारण जमीन की कीमत में निर्माण की लागत सहित 25 फीसदी लाभ जोड़ कर वसूलती है जबकि निम्न आय वर्ग वाले घरों में जमीन की कीमत का अलावा मात्र कंस्ट्रक्शन चार्ज ही वसूलती है।

यह भी पढ़े :  म्हाडा के घर जीएसटी के दायरे से होंगे बाहर?

इस बारे में मुंबई मंडल के मुख्य अधिकारी सुभाष लाखे ने अजीब तर्क दिया है। लाखे ने म्हाडा के इन घरों की कीमतों को बाजार भाव से 30 फीसदी कम दाम में बेचे जाने का दावा किया है। उन्हों बताया कि अति निम्न, निम्न, मध्यम आय वाले घरों का अतिरिक्त भार भी लोअर परेल के इन उच्च आय वाले घरों पर डाला गया है। उन्होंने आशा जताई है कि इन घरों के लिए भी बड़ी मात्रा में लोग सामने आएंगे।


डाउनलोड करें Mumbai live APP और रहें हर छोटी बड़ी खबर से अपडेट।

मुंबई से जुड़ी हर खबर की ताज़ा अपडेट पाने के लिए Mumbai live के फ़ेसबुक पेज को लाइक करें।

(नीचे दिए गये कमेंट बॉक्स में जाकर स्टोरी पर अपनी प्रतिक्रिया दें)






Read this story in मराठी or English
संबंधित विषय
Advertisement
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें