कुलाबा- बांद्रा- सिप्ज यानी मेट्रो-3 ने अपनी सफलता का एक और झंडा गाड़ दिया। बुधवार 26 दिसंबर को मेट्रो-3 की दूसरी टनल (टनल बोरिंग मशीन) मशीन सुरंग बना कर मरोल के सारीपुत नगर वाले साईट पर बाहर निकली। आपको बता दें कि तीन महिना पहले भी पहली टनल मशीन वानगंगा सुरंग बना कर बाहर निकली थी, उस समय मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस भी मौजूद थे।
13 कि.मी का काम पूरा
मेट्रो-3 के लिए 33.5 किमी लंबा अंडरग्राउंड मार्ग (सुरंग) टीबीएम मशीन की सहायता से बनाया जा रहा है। इन टीबीएम मशीनों को सात जगहों यानी सात साईट पर से जमीन के अंदर लगभग 25 से 30 मीटर के परिधि लंबे एक गड्ढे में छोड़ा गया है।
17 की संख्या में इन टीबीएम मशीनों की सहायता से 52 कि.मी (आने और जाने का रास्ता) लंबा सुरंग बनाया जाएगा और अभी तक 13 कि.मी का काम पूरा हो चुका है।
Wainganga-2 from PKG 7 makes a second breakthrough at #SEEPZ station after tunneling a distance of 568 mtrs over 125 days. With this MMRC completes tunneling of about 15 KMs as of today. #AmchiMumbaiMetro pic.twitter.com/2DvYGsYuh0
— MumbaiMetro3 (@MumbaiMetro3) December 26, 2018
567 मीटर लंबी सुरंग खोदा
तीन महिना पहले यानी 25 सितंबर को जो टीबीएम मशीन वैनगंगा सुरंग से बाहर आई थी उस मशीन की सहायता से पाली मैदान से लेकर एयरपोर्ट साईट तक यानी 1.26 कि.मी लंबी सुरंग खोदी गयी थी, जबकि आज जो मशीन बाहर निकली इसने मरोल के सारीपुत नगर से लेकर सिप्ज तक यानी कुल 567 मीटर लंबी सुरंग खोदने का काम पूरा किया। यह मशीन सिप्ज साईट पर बुधवार की सुबह 10 बजे बाहर निकली।
इस मौके पर MMRC की प्रबंधक संचालिका अश्विनी भिडे ने कहा कि अब तक 13 कि.मी का काम पूरा हो चुका है जबकि 39 कि.मी का काम अभी बाकी है। 2019 तक सभी सुरंगों को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
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