झोपड़पड़ी पुनर्वास प्राधिकरण (एसआरए) ने एक बार फिर पांच बड़े ट्रस्टों और तीन निजी कंपनियों को एक झटका दिया है। इन्होने एसआरए परियोजनाओं को लेकर काफी विलंब किया था, जिससे पुनर्विकास वाली जमीन इनसे वापस ले ली गयी। एसआरए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मुंबई लाइव को बताया कि कंपनियों और ट्रस्टों के स्वामित्व वाली 407 एकड़ जमीन हासिल करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। एसआरए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विश्वास पाटिल ने भी जानकारी की पुष्टि की है।अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि एसआरए ने उन ट्रस्टों और कंपनियों के कब्जे वाली भूमि की मापन प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह प्रक्रिया अगले तीन से चार महीनों में पूरी हो जाएगी।
एसआरए के इतिहास में किसी कम्पनी से भूमि अधिग्रहण की इस तरह की घटना पहली बार हो रही है, और इस फैसले को ऐतिहासिक भी माना जा रहा है।
एसआरए ने जिन पांच ट्रस्ट को झटका दिया है वे एफ.ई दिनशॉ ट्रस्ट, वाडिया ट्रस्ट, जीजी बेहरामजी ट्रस्ट, वी.के. लाल ट्रस्ट और महमूद यूसुफ खोत ट्रस्ट हैं। इन पांचो ट्रस्टो का कार्य पिछले कई वर्षों से लंबित पड़ा हुआ था। चूंकि जमीन मालिक एसआरए परियोजनाओं के पुनर्विकास के कार्य से बच रहे थे। एसआरए पुनर्विकास की धीमी गति को देखते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने एसआरए अधिकारियों को अपनी जमीन का अधिग्रहण वापस लेने का निर्देश दिया था। एसआरए भूमि वापस लेने का कार्य पिछले ढाई सालों से कर रही है।
एसआरए की इन आठों (पांच ट्रस्ट और तीन कंपनी) ठिकानो की भूमि मापन की प्रक्रिया शुरू कर दी है और संबंधित विभाग में 68 लाख रुपये जमा भी करा दिए हैं। एसआरए के अधिकारी ने कहा कि अगले दो महीनों में जमीन के माप के प्रस्ताव की उम्मीद करते हैं और भूमि मालिकों की अंतिम सुनवाई आयोजित की जाएगी।
इस भूमि को प्राप्त करने के बाद, पुनर्विकास परियोजनाओं को फिर से शुरू किया जाएगा। एसआरए ठेकेदार की नियुक्ति का विकल्प बीडीडी चाल पुनर्विकास की रेखा पर इन परियोजनाओं को पूरा करने के लिए भी विचार कर रहा है। यदि ऐसा होता है, तो एसआरए के इतिहास में यह पहला पहला प्रयास होगा और इन परियोजनाओं के तहत बड़ी संख्या में किफायती घर बनाए जाएंगे।