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मैं बॉलीवुड में जाने के लिए तैयार हूं: मिलिंद गाबा

सिंगर मिलिंद गाबा ने कहा, मैं पहले म्यूजिशियन था और स्टेज के पीछे कीबोर्ड बजाता था। हरेक शो में मुझे 1000-1500 रुपए मिलते थे। पर हार मानना नहीं सीखा था।

मैं बॉलीवुड में जाने के लिए तैयार हूं: मिलिंद गाबा
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कहते हैं “जिनमें अकेले चलने का हौसला होता है, उनके पीछे एक दिन काफिला होता हैं।” हम बात कर रहे हैं उभतरे सिंगर मिलिंद गाबा की, हाल ही में जिनका ‘जिंदगी दी पौड़ी’ गाना रिलीज हुआ है। यह गाना यूट्यूब पर धमाल मचा रहा है। एक वक्त था जब मिलिंद को एक शो के लिए 1000 से 1500 रुपए मिला करते थे, पर उनके अंदर अपने सपने को पाने का गजब का जज्बा था। आज मिलिंद किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। हमने मिलिंद से खास बातचीत की, जिसमें उन्होंने अपने गानों से लेकर निजी जिंदगी से जुड़े सवालों का बेबाकी से जवाब दिया।

  • जिंदगी दी पौड़ी की शूटिंग
  • मिलिंद गाबा-जन्नत जुबैर की जोड़ी
  • बॉलीवुड का सपना
  • बचपन से गाने का शौख
  • स्ट्रगल
  • भूषण कुमार के साथ रिश्ता

जिंदगी दी पौड़ी गाना रिलीज होते ही धमाल मचा रहा है, इस वक्त आपके अंदर किस तरह की फीलिंग्स हैं?

दर्शकों-फैंस का शुक्रगुजार हूं। गाने को गजब का प्यार मिल रहा है। यह पूरी तरह पंजाबी गाना है। पर दुनिया भर से दर्शक इसे पसंद कर रहे हैं। यह गाना लगातार ट्रेंड हो रहा है। यह मेरे लिए बहुत बड़ी बात है। जितनी अच्छी इस गाने को ओपनिंग मिली हैं, मैंने इतनी उम्मीद भी नहीं की थी। इसके साथ ही बड़ी बात यह है कि यह गाना टी-सीरीज के यूट्यूब चैनल पर रिलीज हुआ है, जोकि दुनिया का बससे अधिक सब्सक्राइबर वाला चैनल है।

गाना को कहां पर शूट किया गया है और सेट पर किस तरह का माहौल था?

अर्मानिया से 300 किमी. दूरी पर एक हिल स्टेशन है, वहां पर इस (जिंदगी दी पौड़ी) गाने को शूट किया गया है। सेट पर मस्ती के साथ साथ इमोशनल माहौल भी था। पहले तो जब हम नॉर्मल सीन शूट कर रहे थे सब मस्ती कर रहे थे। पर इमोशनल सीन सूट करते वक्त सबकी आंखों से आंसू बहने लगे थे। उस वक्त सबको अपने चहीते याद आ रहे थे। मेरा भी वही हाल था, मैं भी उन्हें मिस कर रहा था, जिनके लिए ये गाना फील करता हूं।

जन्नत जुबैर और आप पहली बार किसी गाने में एक साथ नजर आए हैं, वे किस तरह की एक्ट्रेस और इंसान हैं? 

वे एक बहुत ही इंटेलिजेंट एक्टर हैं, उन्हें पता रहता है कैसे काम करना है। उन्होंने टीवी में लंबा वक्त गुजारा है, उनका अच्छा खासा अनुभव है। साथ ही वे बहुत ही ग्राउंडेड हैं। उनकी ये बात मुझे बहुत अच्छी लगती है। इस गाने में उन्हें लेने का मेरा ही निर्णय था। मैं उनके पिता से मिला था। वे भी इस प्रोजेक्ट को लेकर काफी खुश थे।

दर्शक आपके गानों को खासा पसंद करते हैं साथ ही आप एक्टिंग भी कर लेते हैं, बॉलीवुड में जाने की कोई योजना?

मैं बिलकुल बॉलीवुड फिल्मों में जाने के लिए तैयार हूं। में कोई रोंमांटिक किरदार करने के लिए खोज रहा हूं, अगर ऐसा कुछ मिलता है, तो जल्द ही में बॉलीवुड में एंट्री लूंगा। दूसरी बात फिल्मों से ज्यादा गाने में मैं ध्यान दे रहा हूं। मैं चाहता हूं कि बॉलीवुड में ज्यादा से ज्यादा गाने दे सकूं। मेरे काफी गाने पाइपलाइन में हैं।

आपने कम उम्र में ही गाना शुरु कर दिया था, आपको पहली बार कब लगा कि आप सिंगर ही बनना चाहते हैं?

मेरा जो फैमिली बैकग्राउंड है वह पूरी तरह से म्यूजिकल है। मेरे पिता जीतू गाबा पिछले 35 सालों से पंजाबी म्यूजिक इंटस्ट्री में कार्यरत हैं। म्यजिक मेरी रग-रग में है। जब मैंने स्कूल की पढ़ाई पूरी की तो मेरा सपना ही बन गया था कि सिंगर बनना है। मुझे म्यूजिक अलावा कुछ आता भी नहीं था। बहुत कम लोग ऐसे होते हैं कि जिन्हें जिस प्रोफेशन से प्यार होता है उसी प्रोफेशन में करियर बनाने का मौका मिलता है। उनमें से मैं भी एक हूं और खुद को काफी खुदकिस्मत समझता हूं।

अपने स्ट्रगल के बारे में बताइए?

मैं पहले म्यूजिशियन था और स्टेज के पीछे कीबोर्ड बजाता था। हरेक शो में मुझे 1000-1500 रुपए मिलते थे। वह इकट्ठा करके, उसमें से मैं कुछ पैसे अपनी फैमिली को देता था और कुछ पैसे खुद के पास रखता था। उसी सेविंग्स से मैंने अपना पहला वीडियो बनाया। अब मैं काफी खुश हूं कि उन 1000—1500 रुपए से उठकर इतना बड़ा नाम बनाया। आज मेरे माता-पिता भी काफी खुश हैं। हर किसी की लाइफ में स्ट्रगल होता है हार नहीं माननी चाहिए, जिसका जब टाइम आना होता है, तभी आता है। आज मैं अपनी लाइफ को एंज्वाय कर रहा हूं।

टी-सीरीज और भूषण कुमार के साथ किस तरह का रिश्ता शेयर करते हैं?

भूषण कुमार मेरे बड़े भाई की तरह हैं और मुझे छोटे भाई की तरह ही प्यार करते हैं। वे मुझे इस तरह से बिलकुल ट्रीट नहीं करते हैं कि उन्होंने दिल्ली का कोई म्यूजिक प्रोड्यूसर पकड़ के रखा है। वे बिलकुल फैमिली की तरह रखते और सपोर्ट करते हैं। हम दोनों की समझ भी आपस में बहुत मिलती है, जो भी मैं उन्हें बनाकर सुनाता हूं, उन्हें तुरंत समझ में आ जाता है।

'जिंदगी दी पौड़ी' गाना देखें...



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