भाजपा नेता नीलेश राणे (bjp leader nilesh rane) ने वर्ली के विधायक और पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे (environment minister aditya thackeray) पर निशाना साधा है। उन्होंने आदित्य पर तंज कसते हुए कहा है कि, 'केम छो वर्ली कहने वाले विधायक कहाँ हैं?' बता दें कि तौकते तूफान के मद्देनजर आदित्य ठाकरे के वर्ली विधायकी क्षेत्र में घुटने तक पानी भर गया था। जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। लेकिन आदित्य ठाकरे ने कुछ भी खोज खबर नहीं ली।
भारी बारिश (heavy rain) ने वर्ली इलाके के कई हिस्से डूब गए थे, अधिकांश घरों में पानी घुसने से नुकसान हो गया था। लोग हाथ में छाता लिए जमा पानी को निकालते हुए नजर आए। इसी से संबंधित एक वीडियो नीलेश राणे ने अपने ट्विटर हैंडल पर अपलोड किया है।
राणे ने लिखा कि, यह तस्वीर वर्ली निर्वाचन क्षेत्र की है...वर्लीकर पूछते हैं, 'केम छो वर्ली' पूछने वाले विधायक कहां हैं??? कहाँ गई वो मुंबई पैटर्न की पतंग??? एक ही बारिश से वर्ली पैटर्न लोगों को नजर आ गया। हर जगह थूक पट्टी का काम नहीं चलता है।
दरअसल नीलेश राणे ने वर्ली केे विधायक और पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे के साथ-साथ BMC केे काम पर निशाना साधा।
हे चित्र वरळी मतदार संघाचं आहे... वरळीकर विचारतायत तो ‘केम छो वरळी’ विचारणारा आमदार कुठे आहे??? ती मुंबई पॅटर्नची पतंग कुठे गेली??? एका पावसात वरळी पॅटर्न लोकांना दिसलं, सगळीकडे थुकपट्टी करून चालत नाही. pic.twitter.com/f90KTRvObR
— Nilesh N Rane (@meNeeleshNRane) May 18, 2021
इससे पहले बीजेपी विधायक आशीष शेलार (ashish shelar) ने भी BMC और ठेकेदारों पर निशाना साधा था। शेलार ने कहा था कि, 'मुंबई में हर साल मानसून की शुरुआत से पहले ठेकेदारों द्वारा प्री-मानसून सफाई कार्य किए जाते हैं। छोटे बड़े नालों और गटरों की सफाई की जाती है। इन कामों के बावजूद चक्रवात तौकते की वजह से हुई बारिश ने सभी कामों को पोल खोल दी। ठेकेदार और सत्तारूढ़ शिवसेना को इन सभी कार्यों का जवाब देना होगा।'
इस बीच, कल हुई बारिश ने मई महीने में हुई अब तक सवसे अधिक होने वाली बारिश ने साबित हुई। मुंबई में सुबह 8.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक औसतन 194 मिमी बारिश हुई।
इसके पहले मई में अब तक की सबसे अधिक बारिश साल 19 मई 2000 को दर्ज की गई थी। इस दिन औसत वर्षा 190.8 मिमी दर्ज की गई थी। हालांकि, तौकते ने यह रिकॉर्ड तोड़ दिया।