बुधवार की सुबह बीजेपी विधायक राम कदम (bjp mla ram kadam) को हिरासत में ले लिया। राम कदम पालघर (palghar) संतों की हत्याकांड को CBI से जांच कराने की मांग कर रहे थे, और वे सरकार के खिलाफ अपने घर से घटनास्थल तक 'जनाक्रोश' यात्रा आयोजित कर रहे थे। हिरासत में लिए जाने के बाद राम कदम ने मीडिया से कहा, "सरकार हमारी आवाज दबाने की कोशिश कर रही है।"
राम कदम बुधवार सुबह 8.30 बजे पालघर में हुए साधु हत्याकांड के विरोध अपने खार स्थित निवास स्थान से पालघर में जिस जगह साधुओं की हत्या हुई थी, उस स्थान तक 'जनाक्रोश' यात्रा आयोजित करने का निर्णय लिया था।
इस यात्रा में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में कदम के समर्थक एकत्रित हुए थे। जिसे देखते हुए प्रशासन ने राम कदम के आवास के बाहर पुलिस की एक टुकड़ी तैनात कर दी।
इस बाबत राम कदम (ram kadam) ने एक ट्वीट भी किया था। जिसमें उन्होंने लिखा था कि, कल सुबह 8.30 बजे खार निवास से पालघर नरसंहार स्थल तक, एक काली पट्टी बांध दी जाएगी और एक सामूहिक आंदोलन जुलूस शुरू होगा। 211 दिन बीत चुके हैं लेकिन अब तक कोई न्याय नहीं हुआ है। वे उसी स्थान पर दीपक जलाकर अनशन पर जाएंगे, जहां उन्होंने अपने प्राण त्याग दिए। इसके साथ ही उन्होंने लिखा था कि, मामला CBI को सौंप दो।
कल सुबह 8.30 बजे खार निवास से पालघर हत्याकांड स्थली तक काली पट्टी बाँधकर जन आक्रोश यात्रा निकलेगी. 211 दिन बीत गये पर अब तक न्याय नहीं जहा प्राण त्याग दिए उसी जगह पर दीप जलाकर साधुओ की आत्मा को शांति की कामना करते हुए भूख हड़ताल करेंगे #MVA #palgharsadhu
— Ram Kadam - राम कदम (@ramkadam) November 17, 2020
मामला #CBI को सोप दे .
लेकिन राम कदम ने पुलिस की अपील को अनसुना कर दिया और अपने समर्थकों के साथ पालघर की ओर निकलने लगे तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।