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BJP चाहती है सरकार जल्द से जल्द खोले सभी मंदिर, करेगी आंदोलन


BJP चाहती है सरकार जल्द से जल्द खोले सभी मंदिर, करेगी आंदोलन
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भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने फिर से मंदिरों को जल्द से जल्द खोलने की मांग की हैै। और मांग नहीं मानने पर विरोध करने की चेतावनी भी दी है। साथ ही BJP इसी मुद्दे पर कई धार्मिक नेताओं और भक्तों के मंदिर खोलने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन को समर्थन देने की भी बात कही है।

राज्य भर के मंदिरों (temple) को खोलने के फैसले में सरकार द्वारा किए जा रहे देरी को लेकर महाराष्ट्र भर के धार्मिक नेता और भक्त शिवसेना (shiv sena) की अगुवाई वाली महाविकास समिति (MVA) सरकार के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए कुछ घंटों के लिए उपवास रखने का निर्णय लिया है।

भाजपा (BJP) ने कहा कि, वह विरोध प्रदर्शन में भाग लेगी और मंदिरों को फिर से खोलने की मांग करेगी। पार्टी की तरफ से कहा गया कि, “एमवीए सरकार (MVA Government) ने बार और रेस्तरां को शुरू करने की अनुमति दी है, लेकिन मंदिरों को फिर से खोलने का निर्णय नहीं ले रही है। जबकि लाखों लोग यह चाहते हैं।

पार्टी ने आगे कहा कि, 13 अक्टूबर को मंदिरों के बाहर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। मंदिर के बाहर खुले दूकानों के मालिक जो अपने व्यवसाय के लिए मंदिरों में जाने वाले भक्तों पर निर्भर हैं, वे सुबह 11:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे के बीच उपवास करेंगे।

पार्टी ने बताया कि, महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल (chandrakant patil) भी शिरडी (shirdi) में प्रदर्शनकारियों में शामिल होंगे।

महाराष्ट्र में विपक्षी दल मंदिरों को फिर से खोलने की अनुमति देने के लिए राज्य सरकार पर दबाव बना रहे हैं।  बीजेपी के अलावा, राज ठाकरे (raj thackeray) के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना, प्रकाश अंबेडकर की अगुवाई वाली वंचित बहुजन अघाड़ी (VBA), रामदास अठावले (ramdas athawale) की अगुवाई वाली रिपब्लिकन पार्टी ऑफ़ इंडिया (A) और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (AIMIM) की तरफ से भी सभी धार्मिक स्थलों को शुरू करने की मांग की जा रही है।

हाल ही में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (devendra fadnavis) ने मंदिरों को फिर से खोलने की अनुमति नहीं देने के लिए एमवीए सरकार की खिंचाई की थी। महाराष्ट्र भाजपा कार्यकारिणी की एक बैठक में बोलते हुए, फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार ने शराब की अनुमति दी है, लेकिन मंदिरों को शुरू करने के लिए नहीं।

उन्होंने कहा, “मंदिर नहीं, लेकिन शराब की अनुमति दी गई है।  यह क्या है?  कम से कम हिंदू हृदय सम्राट बाला साहेब ठाकरे (balasaheb thackeray)के प्रति सम्मान है। बदलें, लेकिन इतना भी नहीं। सरकार को महाराष्ट्र में मंदिरों को खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए।

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