एक तरफ MNS प्रेसिडेंट राज ठाकरे ने मुंबई में MIA में दरार डाल दी है, तो दूसरी तरफ NCP के नवाब मलिक की वजह से ग्रैंड अलायंस में दरार के संकेत मिल रहे हैं। BJP नवाब मलिक को साथ लेने को तैयार नहीं है। इसलिए, यह लगभग तय है कि मुंबई में सिर्फ शिंदे की शिवसेना और BJP ही मैदान में होगी।(BMC Elections BJP Not Ready To Support Nawab Malik)
नवाब मलिक मुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के लिए NCP को लीड करेंगे तो मुंबई में BJP-NCP के साथ अलायंस नहीं
BJP के स्पोक्सपर्सन नवनाथ बान, आशीष शेलार और अमित साथम ने साफ कर दिया है कि अगर नवाब मलिक मुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के लिए NCP को लीड करने जा रहे हैं, तो वह मुंबई में BJP-NCP के साथ अलायंस नहीं करेंगे। इसलिए, अजीत की NCP को मुंबई में अकेले लड़ना होगा।
शिंदे की शिवसेना ने भी वही लाइन अपनाई
पहले BJP ने नवाब मलिक का विरोध किया, फिर शिंदे की शिवसेना ने भी वही लाइन अपनाई। शिवसेना के पूर्व MP राहुल शेवाले ने कहा कि नवाब मलिक को लेकर BJP का स्टैंड शिवसेना जैसा ही है।
NCP की लीडरशिप नवाब मलिक के हाथ में
अजीत पवार ने मुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन्स की पूरी ज़िम्मेदारी नवाब मलिक पर डाल दी है, जिससे महायुति में तनाव पैदा हो गया है। मलिक की लीडरशिप में NCP ने एक अर्जेंट मीटिंग की। इस मीटिंग में ज़ीशान सिद्दीकी और सना मलिक भी मौजूद थे। खबर है कि इस मीटिंग में आगे की स्ट्रैटेजी पर बात होगी, जबकि मुंबई में महायुति के तौर पर लड़ने का विरोध हो रहा है।
NCP की 50 सीटों के लिए तैयारी पूरी
BJP के नवाब मलिक का विरोध करने के बाद NCP ने महायुति के साथ या उसके बिना लड़ने की तैयारी कर ली है। खबर है कि NCP ने मुंबई में कम से कम 50 सीटों पर लड़ने की तैयारी कर ली है। खबर है कि महायुति में रहना है या नहीं, इसका फैसला अजित पवार को सौंपा गया है।
BJP-शिंदे की पहली मीटिंग
मुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के लिए BJP और शिंदे की शिवसेना की पहली जॉइंट मीटिंग हुई, जिसमें नवाब मलिक के नाम की वजह से NCP को रिजेक्ट कर दिया गया। इस बार मुंबई में 150 से ज़्यादा सीटें जीतने का फैसला किया गया। आशीष शेलार ने यह भी साफ किया कि अगले एक से दो दिनों में सीटों का फाइनल बंटवारा पूरा हो जाएगा।
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