महाराष्ट्र की राजनीति पर पहली बार बोलते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि वे दिल्ली में ही खुश हैं, महाराष्ट्र नहीं जाएंगे। यही नहीं उन्होंने फिर से दोहराया कि देवेंद्र फडणवीस ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री होंगे। आपको बता दें कि जिस तरह से महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर बीजेपी और शिवसेना में उठापठक चल रही है, खबर आई थी कि मुख्यमंत्री से उनके ही कुछ लोग नाराज हैं। इससे यह कयास लगाये जाने लगे कि देवेन्द्र की सीएम कुर्सी से छुट्टी हो सकती है और नितिन गडकरी को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
नागपुर में गुरूवार को जब पत्रकरों ने नितिन गडकरी से महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने की सम्भावना को लेकर प्रश्न पूछा तो गडकरी ने कहा कि, मैं दिल्ली में हूं और महाराष्ट्र आने का कोई सवाल ही नहीं उठता है।
शिवसेना के साथ सरकार बनाने को लेकर सवाल पर गडकरी ने कहा, 'दोनों के गठबंधन को जनमत मिला है, जल्दी ही निर्णय होगा। जहां तक बीजेपी की बात है तो हमारे नेता के तौर पर देवेंद्र फडणवीस का चयन हुआ है। उनके ही नेतृत्व में सरकार बननी चाहिए। बीजेपी की 105 सीटें हैं और इसलिए जिसने ज्यादा सीटें जीती हैं, उनका ही सीएम होता है।'
इसके बाद जब मीडिया ने RSS चीफ मोहन भागवत से आज उनकी मुलाकात के बारे में सवाल पूछा तो गडकरी ने कहा कि, संघ का इन मामलों से कोई लेना-देना नहीं है।
गौरतलब है कि शिवसेना नेता सीएम देवेंद्र फडणवीस के रवैये से शिव सेना काफी नाराज बताई जा रही है क्योंकि फडणवीस ने शिव सेना के 50-50 फ़ॉर्मूले को खारिज कर दिया है। यही नहीं नितिन गडकरी का नाम भी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद के लेकर चल रहा है और कहा जा रहा है कि वह शिवसेना के साथ जारी गतिरोध को खत्म कर सकते हैं।