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किसान धर्मा सुसाइड मामला: सीएम फडणवीस ने जांच कर रिपोर्ट पेश करने का दिया आदेश


किसान धर्मा सुसाइड मामला: सीएम फडणवीस ने जांच कर रिपोर्ट पेश करने का दिया आदेश
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मंत्रालय के सामने जहर पीने वाले 84 वर्षीय किसान धर्मा पाटिल की मौत को लेकर अभी भी सत्ता पक्ष और विपक्ष द्वारा ब्लेम गेम चालू है। धर्मा की मौत के बाद सरकार की नींद टूटी और उसने जमीन अधिग्रहण मामले की जांच करने का आदेश दिया। मंगलवार को हुए मंत्रिमंडल की बैठक में सीएम ने जमीन अधिग्रहण मामले की जांच कर एक हफ्ते में रिपोर्ट पेश करने की कहा है।


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क्या था मामला?

आपको बता दें कि धुले जिले के रहने वाले 84 वर्षीय किसान धर्मा पाटिल की पांच एकड़ जमीन का अधिग्रहण सरकार ने किया था। इस पांच एकड़ जमीन में 600 आम के पेड़ भी थे। सरकार ने यह जमीन सोलर प्लांट के लिए अधिग्रहित की थी। नियमानुसार इस जमीन के लिए धर्मा पाटिल को करोड़ो रूपये मिलने चाहिए थे लेकिन ने न जाने किस आधार पर उन्हें मात्र 4 लाख रूपये ही दिए गए।

इसी मामले को लेकर धर्मा पिछले कई महीने से मंत्रालय का चक्कर लगा रहे थे। उन्होंने कई विधायकों से लेकर आला अधिकारियों तक को अपनी परेशानी बताई, लेकिन किसी ने उनकी परेशानी का हल नहीं ढूंढा। घटना वाले दिन यानि 22 जनवरी को वे उर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुल से मिलने वाले थे लेकिन उनकी मीटिंग कैंसिल कर दी गयी जिससे हताश होकर धर्मा ने सचिवालय के सामने ही जगह खा लिया। जे.जे अस्पताल में रविवार को 28 जनवरी को उनकी इलाज के दौरान मौत हो गयी।


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विपक्ष हुई हमलावर

इस घटना के बाद धर्मा के बेटे नरेंद्र ने जे.जे अस्पताल के सामने ही भूख हड़ताल पर बैठ गए। मीडिया द्वारा मामल उठाये जाने पर सरकार दबाव में आयी और उन्होंने धर्मा के परिवार वालों के लिए 15 लाख रुपये की सहायता राशि देने की पहल की लेकिन बेटे ने लेने से इनकार कर दिया। बेटे ने मांग की है कि उनके पिता को शहीद का दर्जा और 5 एकड़ जमीन दी जाए।


फडणवीस ने दिया जांच का आदेश

इस मामले में विपक्ष ने भी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए उस पर किसान नीति विरोधी का आरोप मढ़ दिया। चौतरफा हमला होता देख फडणवीस ने मंत्रिमंडल की बैठक में जमीन अधिग्रहण और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ जांच का आदेश दिया।

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