महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर भाजपा और शिवसेना बीच चल रहे तनाव को देखते हुए अब कांग्रेस ने भी अपने पत्ते धीरे धीरे खोलने शुरु कर दिये है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा की अगर शिवसेना के पास कोई अच्छा प्रस्ताव है तो कांग्रेस इस पर विचार करेगी। हालांकी कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी शिवसेना को समर्थन देने के लिए राजी नहीं दिख रही है। राज्य कांग्रेस के नेता पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने गुरुवार शाम को दिल्ली पहुंच गए।
हिंदुत्ववादी छवि के कारण परहेज
इन नेताओं में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बाला साहेब थोराट, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण और पृथ्वीराज चव्हाण शामिल हैं। कांग्रेस के इन तीनों नेताओं ने दिन में एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की। बाला साहेब थोराट, अशोक चव्हाण और पृथ्वीराज चह्वाण ने सोनिया गांधी को शिवसेना के बारे में विचार करने के बारे में बताया जिसके बाद सोनिया गांधी फिलहाल शिवसेना को समर्थन देने से बच रही है। बताया जा रहा है की सोनिया गांधी शिवसेना के हिंदुत्ववादी छवि के कारण समर्थन देने से बच रही है।
संजय राउत ने शरद पवार से की मुलाकात
शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने गुरुवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की। हालांकि, राउत ने इसे शिष्टाचार मुलाकात बताया है। लेकिन इसे भाजपा पर दबाव बनाने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है।
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