गुरुवार को शिव सेना भवन में हुई विधायक दल की बैठक में शिव सेना के सभी विधायकों और नेताओं ने सर्वसम्मति से एकनाथ शिंदे को विधायक दल का नेता चुन लिया। एकनाथ शिंदे के लिए आदित्य ठाकरे ने प्रस्ताव रखा था। तो वहीं सुनील प्रभु को भी पार्टी का प्रतोद (चीफ विप) के रूप में चुना गया। इस बैठक के बाद सभी विधायक राज्यपाल से भी मुलाकात करेंगे।
हालांकि सबकी नजरें इस बात पर थीं कि इस बैठक में बीजेपी के उपमुख्यमंत्री के पद को लेकर भी बात हो सकती है लेकिन बताया जाता है कि इस बैठक में इससे संबंधित कोई चर्चा नहीं हुई।
बैठक के बाद एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के सभी विधयकों और नेताओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि, 'मैं सभी लोगों को साथ में लेकर चलूंगा और महाराष्ट्र की जनता को न्याय दिलाने का काम करूँगा।'
बैठक से पहले इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि इस बैठक में आदित्य ठाकरे को विधायक दल का नेता चुना जा सकता है लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
बताया जाता है कि बैठक के बाद शिवसेना के सभी विधायक राज्य मेें सूखे की समस्या को लेकर राज्यपाल से भी मुलाकात करेंगे और उन्हें स्थिति से अवगत कराएंगे।
बैठक से पहले शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि, लोग हमें 'बच्चा पार्टी' समझने की भूल न करें। हम अपने वादे से पीछे नहीं हटे हैं। वादे से पीछे हमारा मित्र पक्ष (बीजेपी) हटा है। हम अपनी मांग जारी रखेंगे।'
एक दिन पहले यानी बुधवार को संजय राउत ने सरकार गठन को लेकर अपने रुख में थोड़ी नरमी दिखाते हुए कहा था कि अच्छा होगा अगर बीजेपी और शिवसेना महाराष्ट्र में अगली सरकार बनाते हैं।