महाराष्ट्र में कोरोनो वायरस से लड़ते हुए, हर कोई जाति-धर्म और पंथ,समुदाय को भूलकर एक-दूसरे की मदद कर रहै हैं। फिर भी, कुछ लोग समाज में गड़बड़ी फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे लोगों को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने संदेश देते हुए उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। मुख्यमंत्री ने शनिवार को सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को संबोधित किया।
उन्होंने कहा, ''समाज के कुछ घातक वायरस भी हैं, इसलिए मैं उनको बताना चाहता हूं कि COVID-19 से तो मैं अपनी जनता को बचा लूंगा, लेकिन उसके बाद तुम्हें मुझसे कोई नहीं बचा पायेगा।इसलिए कृपया कर गलत वीडियो ना फैलाएं।
CM Uddhav Balasaheb Thackeray addressing the State https://t.co/uu9f6xruJ4
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) April 4, 2020
उद्धव ठाकरे ने कहा, ''हमने मुम्बई में जांच केंद्र बढ़ाया है। इसलिए मरीजों की संख्या बढ़ती हुई दिख रही है, लेकिन 51 लोग ठीक भी हुए हैं। दुर्भाग्य से कुछ लोगों की मृत्यु हुई है लेकिन वो बीमार और बुजुर्ग थे।
उन्होंने कहा, हम सभी को अपने घर परिवार में बुजुर्गों का विशेष ख्याल रखना है और उनसे विशेष दूरी बनाये रखनी है।
उद्धव ने आगे कहा कि, अगली सूचना तक राज्य में कोई भी धार्मिक, राजनीतिक समारोह का आयोजन की इजाजत नहीं दी जाएगी।
राज्य से पलायन कर रहे मजदूरों को लेकर उन्होंने कहा, 'महाराष्ट्र में करीब 5 लाख मजदूरों जिसमें राज्य के और बाहर के लोग भी शामिल हैं उनके रहने, खाने की व्यवस्था की जा रही है। महाराष्ट्र के लोगों को भी आवाहन है कि राज्य के बाहर उन्हें कोई तकलीफ है तो मुख्यमंत्री कार्यालय को सूचित करें।
सीएम ठाकरे ने कहा, ''हम सिर्फ कोविड-19 के इलाजों के लिए अस्पताल बढ़ा रहे हैं। मेरी विनती है कि जिसे भी कोरोना के लक्षण हो वो सिर्फ कोरोना टेस्ट होने वाले केंद्रों में ही जाएं। सामान्य अस्पतालों में नहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा, मेरा मेरे से ज्यादा आप लोगों पर भरोसा है। मुझमें आत्मविश्वास तो है ही। हम छत्रपति शिवाजी महाराज की भूमि से हैं, डरते नही हैं लड़ते हैं और जीतते हैं।
ठाकरे ने अपने संबोधन में सिंगापुर के पीएम का भी जिक्र किया।