एमआईएम सांसद इम्तियाज जलील (AIMIM MP imtiyaj jalil) ने मांग की है कि लॉकडाउन मे शराब खरीदने वालों के राशन कार्ड रद्द कर दिए जाने चाहिए। इससे पहले, जलील ने शराब की दुकान शुरू करने की अनुमति देने के सरकार के फैसले का कड़ा विरोध किया था।
इम्तियाज जलील ने कहा, "शराब की दुकान शुरू करने के बाद क्या हो सकता है मेरा अनुमान आखिरकार सच हो गया।"
उन्होंने कहा कि , मुंबई सहित अन्य शहरों में जब शराब की दुकानें खुली तो इसके बाद, दुकानों के बाहर इतनी भीड़ लग गयी कि सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ने लगी। यह ज्ञात नहीं है कि इन दो दिनों में राज्य भर में कितने लोग प्रभावित हुए होंगे। इसीलिए हमने औरंगाबाद में शराब की दुकानों को शुरू नहीं होने दिया।
MIM के सांसद ने कहा, हम उद्धव ठाकरे के अच्छे काम की भी सराहना करते हैं। लेकिन अब यह सब व्यर्थ है। हमने सरकार के इस फैसले का विरोध किया। रेड जोन के अन्य विधायक और सांसद इस मौत के खेल को क्यों आमंत्रित कर रहे हैं? हो सकता है कि वे 'बेवड़े' हों। जिन लोगों के पास शराब की दुकान के बाहर कतार लगाकर शराब खरीदने के लिए पैसे हैं, वे भी खाद्यान्न खरीद सकते हैं। इसलिए जलील ने सरकार से अनुरोध किया है कि उनका राशन कार्ड तुरंत रद्द किया जाए।
कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण राज्य की आर्थिक स्थिति दिन ब दिन बिगड़ती ही जा रही हैं। इससे बाहर निकालने के लिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार ग्रीन और ऑरेंज ज़ोन में व्यवसायों और दुकानों को शुरू करने की अनुमति दी। नियम और शर्तों के आधार पर शराब की बिक्री की भी अनुमति दी। जैसे ही यह खबर जंगल की आग की तरह फैली, पियक्कड़ों की भीड़ ने शराब की दुकान के बाहर जमा होने लगी। भीड़ इतनी बढ़ गई कि भीड़ को नियंत्रित करना पुलिस के लिए मुश्किल हो गया।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए, BMC कमिश्नर प्रवीण परदेशी ने कल देर रात एक आदेश जारी किया जिसमें शराब की दुकानें खोलने पर फिर से प्रतिबंध लगा दिया गया।