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'तो फिर बुलानी पड़ेगी सेना'


'तो फिर बुलानी पड़ेगी सेना'
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कोरोना वायरस (Coronavirus) का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा जा है। जिसे रोकने के लिए सरकार ने लॉकडाउन (Lockdown) की घोषणा की है, बावजूद इसके लोग घरों से बाहर निकल कर सड़कों पर घूमते नजर आ रहे हैं और कोरोना (Covid-19) को बढ़ावा देने का न्योता दे रहे हैं। ऐसे लोगों को चेतावनी देते हुए उप मुख्यमंत्री अजित पवार (ajit pawar) ने कहा कि, अमेरिका में लॉकडाउन को लागू करने के लिए सेना बुलानी पड़ी, राज्य में भी सेना बुलानी पड़े, ऐसी स्थिति आनी मत दीजिये।

राज्य में 21 दिनों के लिए संचारबंदी यानी कर्फ्यू (Curfew) को लागू किया गया है। दूध, सब्जियां, फल, दवाइयां, राशन, घरेलू गैस सहित अन्य तमाम जरूरी वस्तुएं उपलब्ध होने के बाद भी लोग इन्हें खरीदने के लिए बाजारों में भीड़ लगा रहे हैं।

अजित पवार ने लोगों से अपील भी कि, आवश्यक वस्तुओं की कोई कमी नहीं है, राज्य में पर्याप्त भंडार है। स्थानीय स्वराज संस्थाएं या सोसायटी इलाकों में पर्याप्त सामान उपलब्ध कराएगी।

यातायात व्यवस्था बंद होने के बावजूद कई लोगों द्वारा दूध के टैंकरों में छुप कर यात्रा करने की घटना सामने आई। यही नहीं वसई इलाके में बंदोबस्त में तैनात एक पुलिस अधिकारी पर आसामाजिक  तत्वों द्वारा बाइक चढ़ाने की भी घटना सामने आई। मालेगांव में जनप्रतिनिधि के द्वारा डॉक्टरों के साथ मारपीट करने की भी घटना सामने आई। इन सभी घटनाओं को मद्देनजर रखते हुए उपमुख्यमंत्री ने नाराजगी जताई और लोगों को चेतावनी देते हुए लॉकडाउन का पालन करने की अपील की।

उन्होंने कहा, कोरोना महामारी जैसे इस संकटकाल में जो पुलिस कर्मचारी और डॉक्टर अपनी ड्यूटी कर रहे हैं, अगर उन पर हमला किया जाता है तो इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा, हमला करने वालों के खिलाफ कड़ाई से कार्रवाई की जाएगी।

पवार ने अपील करते हुए कहा, कोरोना से लड़ने के लिए पुलिस और नागरिकों दोनों को एकजुट होकर आना होगा।

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