भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी(CPI) के युवा नेता कन्हैया कुमार ने वीर सावरकर को भारत रत्न देने का विरोध किया है। कन्हैया ने कहा है कि वीर सावरकर को भारत रत्न देना शहीद भगत सिंह के बलिदान का अपमान होगा। कन्हैया कुमार अहमदनगर जिले में CPI पार्टी से चुनाव लड़ रहे बहिरनाथ वाकले का चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे।
क्या कहा कन्हैया कुमार ने?
कन्हैया कुमार ने कहा कि बीजेपी ने अपने 'संकल्प पत्र' में कहा है कि अगर उनकी सत्ता आती है तो वे स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकार यानी वीर सावरकर को भारत रत्न दिलाने का प्रयास करेंगे। अगर ऐसा होता है तो यह भगत सिंह और उनके बलिदान का अपमान होगा।
उन्होने कहा कि महाराष्ट्र में चुनाव हो रहे हैं लेकिन राज्य की समस्या पर कोई बात नहीं कर रहा है। यहां नौकरी जा रही है, लोग बेरोजगार हो रहे हैं। किसान आत्महत्या कर रहे हैं, लोगों की समस्याएं जस की तस है। पीछले चुनाव में जीत कर आने के बाद बीजेपी ने इन पांच सालों में क्या किया, इसका हिसाब कौन पूछेगा?
कन्हैया के मुताबिक, बीजेपी लोगों के भावनात्मक मुद्दों का यूज करती है। 370, राम मंदिर इस समय चर्चा में हैं, जबकि दूसरी तरफ कांग्रेस और अन्य नेता ईडी के डर से गांधीजी की जगह नाथूराम गोडसे की स्तुति में लगे हुए हैं।