शिवसेना की विधायक डाॅ. नीलम गोऱ्हे को सोमवार को विधान परिषद में उपसभापती के पद के लिए चुना गया है। इस चुनाव के बाद डॉ. गोऱ्हे विधान परिषद में पहली महिला उपसभापती बन गई हैं। कांग्रेस द्वारा उपसभापती पद का दावा छोड़ने के बाद से ही गोऱ्हे का चुना जाना निश्चित माना जा रहा था।
इससे पहले कांग्रेस नेता माणिकराव ठाकरे विधान परिषद के उपसभापती थे। उनका कार्यकाल 17 जुलाई 2018 को पूरा हो गया था, जिसके बाद से पद रिक्त था। विधान परिषद में जनबल अधिक होने के चलते कांग्रेस ने इस पद के लिए दावा किया था। लेकिन अगर उपसभापती के पद के लिए दावा किया जाता है, तो विधानसभा में विरोधी पक्ष नेता का पद नहीं दिया जाएगा, इस तरह का संकेत युती ने कांग्रेस को किया था।
जिसके चलते आखिरकार कांग्रेस को उपसभापती पद का दावा छोड़ना पड़ा। कांग्रेस की तरफ से उपसभापती पद के लिए जोगेंद्र कवाडे की ओर से अर्जी दी गई थी। बाद में जिसे वापस लेना पड़ा।