शुक्रवार शाम को एमएनएस पार्टी के कई कार्यकर्त्ता ठाणे रेलवे स्टेशन पर पहुंच कर फेरीवालों के साथ मारपीट की और उन्हें स्टेशन परिसर से खदेड़ दिया। एमएनएस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि कोर्ट के आदेश का उल्लंघन करते हुए ये फेरीवाले स्टेशन परिसर के 150 मीटर के बाहर अपना धंदा शुरू करने के बजाय स्टेशन परिसर में ही स्टॉल और फेरी लगाए हुए हैं। साथ ही फेरिवालों पर स्टेशन के शौचालय में ही फेरी का सामान रखने का भी विरोध किया।
कोर्ट के आदेश का उल्लंघन
मुंबई लाइव से बात करते हुए ठाणे-पालघर जिला अध्यक्ष अविनाश जाधव ने कहा कि ये एलिफिंस्टन हादसे के बाद बॉम्बे हाईकोर्ट ने आदेश दिया था कि फेरीवाले स्टेशन के 150 मीटर दायरे के बाहर होंगे लेकिन ये फेरीवाले स्टेशन परिसर में ही अपना स्टॉल और फेरी लगा कर सामान बेचते हैं जिससे यात्रियों को आने जाने में काफी तकलीफ होती है।
शौचालय को बनाया गोदाम
यही नहीं जाधव ने यह भी कहा कि ठाणे स्टेशन के शौचालय को इन फेरीवालों ने गोदाम बनाया हुआ है, अगर म्युनिसिपल की गाड़ी आती है तो ये लोग अपना सारा सामान शौचालय में छुपा देते हैं, जिससे यात्रियों को शौच करने नहीं मिलता, यही नहीं जाधव ने यह भी कहा कि ये फेरीवाले खाने पीने का सामान भी शौचालय में छुपाते हैं।
कानून हाथ में लेना गलत
मुंबई लाइव का मत है कि अगर जाधव की बात सही है तो इन फेरीवालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन जाधव जैसे अन्य लोगों को कानून अपने हाथ में लेकर इंसाफ करने का अधिकार किसने दिया। इन फेरीवालों पर कार्रवाई करने के लिए पुलिस है अदालत है, एमएनएस कार्यकर्ताओं को कानून के माध्यम से कार्रवाई करना था. कानून हाथ में लेकर ये लोग फेरीवालों से भी बड़ा गुनाह कर रहे हैं।