ठाणे में कुछ महीने पहले एक इंजीनियर की पिटाई के मामले में हाल ही में तीन पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री जितेंद्र आव्हाड (jitendra awhad) का भी नाम सामने आया था। अब इसी बात को लेकर बीजेपी नेता और पूर्व सांसद किरीट सोमैया (kirit somaiya) ने सरकार को घेरते हुए सवाल उठाया कि, ठाकरे सरकार में मंत्री जितेंद्र आव्हाड (jitendra awhad) के खिलाफ कार्रवाई कब होगी?
ठाकरे सरकार में मंत्री रहे जितेंद्र अव्हाड के इशारे पर ठाणे के एक इंजीनियर अनंत करमुसे (anant karmuse) को अगवा किया गया और मारापीटा गया। इस मामले की जांच को 6 महीने हो गए।
इसी मामले में हाल ही में 3 पुलिसकर्मियों को भी गिरफ्तार किया गया। इस गिरफ्तारी के बाद अब तक इस मामले में अब तक कुल 9 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
जिसके बाद अब किरीट सोमैया ने सरकार को घेरते हुए सवाल उठाया है कि कथित तौर पर पिटाई करने वाले मामले में मंत्री जितेंद्र आव्हाड के खिलाफ कार्रवाई कब होगी?
गौरतलब है कि, अनंत करमुसे नामके एक युवा इंजीनियर ने फेसबुक (facebook) के माध्यम से राज्य के आवास मंत्री जितेंद्र आव्हाड के बारे में आपत्तिजनक पोस्ट लिखा था। इसके बाद ठाणे जिले में 5 अप्रैल, 2020 को आव्हाड के कुछ आदमियों ने कुरमुसे को मारापीटा। कुरमुसे ने यह भी आरोप लगाया कि, कुछ पुलिस वाले थाने ले जाने के बहाने उन्हें आव्हाड के बंगले ले गए और वहां पर 20 से 25 गुंडों ने उन्हें मारापीटा गया।
इसके बाद कुरमुसे की शिकायत पर वर्तक नगर पुलिस स्टेशन में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया, और फिर यह मामला उच्च न्यायालय में गया।
Anant Karmuse Engineer Kidnapping & Assault by Thackeray Sarkar Minister Jitendra Awhad, 6 months completed. today 3 Constable arrested, in all 9 arrested till now. We Want action against Minister on whose instructions this incident happened @BJP4Maharashtra @Dev_Fadnavis
— Kirit Somaiya (@KiritSomaiya) October 5, 2020
इस बीच, अदालत के आदेश के अनुसार, ठाकरे सरकार ने छह महीने बाद मामले में तीन पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया है। अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। लेकिन जितेंद्र आव्हाड को कब गिरफ्तार किया जाएगा? यह सवाल किरीट सोमैया ने सरकार से पूछा है। आपको बता दें कि, इसी मामले में किरीट सोमैया जब पीड़ित से मिलने उसके घर जा रहे थे, तो पुलिस ने उन्हें जाने नहीं दिया। कुछ समय पुलिस स्टेशन में रखने के बाद उन्हें उनके ही घर में नजरबंद कर दिया गया।
जबकि इस मामले में आव्हाड ने कहा कि, जो बात मेरे बारे में कही जा रही है वो सब झूठ है। मैं उस युवक को नहीं जानता। पिछले 3 वर्षों से, मेरे कार्यकर्ता मुझसे कहते रहे कि यह इंजीनियर मेरे खिलाफ सोशल मीडिया में आपत्तिजनक पोस्ट कर रहा है। लेकिन मैंने हर बार इसे नजरअंदाज कर दिया। मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र और सोलापुर जिले में में व्यस्त था। इसकी जानकारी मुझे सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला।