एनसीपी नेता नवाब मलिक( ncp nawab malik) को बुधवार, 3 मार्च तक ईडी की हिरासत में भेज दिया गया। उनकी गिरफ्तारी के बाद विपक्षी समूहों ने उनके इस्तीफे की मांग की। लेकिन महाविकास अघाड़ी ने नवाब मलिक के मंत्री पद को बरकरार रखने का फैसला किया है।
बुधवार को महाविकास अघाड़ी के नेताओं की बैठक हुई। इसके बाद फैसला लिया गया। महाविकास अघाड़ी मंत्री, विधायक मंत्रालय के समीप धरना प्रदर्शन करने जा रहे हैं। इसलिए शुक्रवार से जिला स्तर पर आंदोलन होगा।
नवाब मलिक के इस्तीफे के लिए बीजेपी आंदोलन कर रही है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल का कहना है की "मलिक के खिलाफ मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है. इसलिए, मलिक के इस्तीफा देने तक आंदोलन जारी रहेगा"
बुधवार को नवाब मलिक के खिलाफ ईडी की कार्रवाई के बाद राजनीतिक प्रतिक्रियाएं शुरू हो गईं। आठ घंटे की पूछताछ के बाद ईडी ने नवाब मलिक को गिरफ्तार कर लिया। उनकी गिरफ्तारी के बाद राकांपा कार्यकर्ता उग्र हो गए। वही महाविकास अघाड़ी के नेताओं ने इस गिरफ्तारी का विरोध किया।
ईडी ने कुछ दिन पहले मुंबई और उसके आसपास छापेमारी की थी। अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की मुंबई में संपत्ति और उन संपत्तियों से निपटने वाले कुछ नेता ईडी के रडार पर थे। केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक आदेश के बाद ईडी ने कार्रवाई शुरू की थी।
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