भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल (Chandrakant patil) ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार कोविड पर एक भी रुपया खर्च किए बिना लगातार केंद्र पर उंगलियां उठा रही है।
मीडिया से बातचीत के दौरान, चंद्रकांत पाटिल ने राज्य में कोरोना रोगियों की संख्या में वृद्धि के लिए सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ठाकरे सरकार कोरोना को नियंत्रित करने में पूरी तरह से विफल रही है। इस सरकार में केवल चार मंत्री, जिन्होंने दूसरों को सावधानी से सबक सिखाया है, ने कोरोना अनुबंधित किया है। राज्य में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन सरकार (maharashtra goverment) अपने गुरुर में है और अन्य को दोष देने में व्यस्त है।
इस सरकार ने नेताओं के जन्मदिन समारोह, उद्घाटन समारोहों जैसे कई समारोहों को आयोजित करके खुद कोरोनोवायरस का प्रसार किया है।
कोरोना कमी झाल्यावर जशी स्वतःची पाठ थोपटून घेतली तशी कोरोना वाढल्यावर त्याची जबाबदारी ही घ्या... त्याच खापर जनतेच्या माथी मारू नका... - @ramkadam pic.twitter.com/QWA3B7Iq8o
— भाजपा महाराष्ट्र (@BJP4Maharashtra) February 20, 2021
वर्तमान मामलों की स्थिति से पता चलता है कि कोरोना को नियंत्रित करने में ठाकरे सरकार कितनी सफल रही थी। हम कोरोना की श्रृंखला को तोड़ देंगे ',' कोरोना निश्चित रूप से हार जाएगा! ', ऐसा दावा करनेवाली ठाकरे सरकार ने राज्य में कोरोना रोगियों की बढ़ती संख्या को लगभग रोक दिया है। जहां राज्य में रोगियों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, सरकार पर चंद्रकांत पाटिल ने जमकर आरोप लगाया है।
कोरोना (covid19) से अब तक मुंबई में 11,437 लोगों की जान चली गई है। अधिकांश रोगियों का पुणे में इलाज चल रहा है। लेकिन कैबिनेट में कथित आरोपी मंत्री पुणे के पालक मंत्री कहां हैं? वे कितने निर्दोष हैं? यह बताने में व्यस्त हैं।
महाविकास आघाडी में कुछ लोग आरोप लगा रहे हैं कि भाजपा की मंदिर खोलने की मांग के कारण कोरोना बढ़ रहा है। हालांकि, भाजपा ने केवल मंदिर खोलने की मांग की थी, पब और बार की नहीं। क्या ठाकरे सरकार को लगता है कि सिर्फ मंदिर खोलने से ही कोरोना दर में बढोत्तरी हो रही है?
चंद्रकांत पाटिल ने ठाकरे सरकार को सिर्फ सत्ता के गुरुर और विपक्ष को दोषी ठहराने के बजाय कोरोना नियंत्रण पर गंभीरता से ध्यान देने की सलाह दी।