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बीएमसी चुनाव के लिए एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फड़णवीस मे होगा गठबंधन!

एकनाथ शिंदे ने विकास के इस डबल इंजन को ट्रिपल इंजन में बदलने की अपील की

बीएमसी चुनाव के लिए एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फड़णवीस मे होगा गठबंधन!
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मंबई में कुछ समय मे होनेवाले बीएमसी ( BMC ELECTION ) चुनाव को देखते हुए सभी पार्टियों ने अपनी गतिविधियों को और भी तेज कर दिया है।  गुरुवार को मुंबई में मेट्रो 2Aऔर 7 का अनावरण करने आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( NARENDRA MODI)   ने मुंबई में बीएसी चुनाव प्रचार के लिए आगाज कर दिया है। प्रधआनमंत्री ने फेरिवालो से अपने इस अभियान की शुरुआत की।  स्वनिधी योजना की शुरुआत भी प्रधानमंत्री के हाथओ की गई। हालांकी अब इस बीच यह भी खबरें आ रही है राज्य में बीजेपी के सहयोग से मुख्यमंत्री बने एकनाथ शिंदे ( EKNATH SHINDE)  , होनेवाले बीएमसी चुनाव में बीजेपी के साथ गठबंधन करेंगे।  

मुख्यमंत्री  एकनाथ शिंदे ने प्रधानमंत्री के साथ मंच पर मौजूद होते हुए कहा की  " हम मुंबई का विकास करना चाहते हैं। मुंबई की सूरत बदलनी है,  हम वो करना चाहते हैं जो पिछले 25 सालों में नहीं हुआ, कोई कितनी भी आलोचना करे, मुंबईकर हमारा काम देखते हैं, हम मुंबई से बाहर गए मुंबईकरों को वापस मुंबई लाने की कोशिश कर रहे है,  हम अगले तीन साल में मुंबई को बदलने की कोशिश करेंगे,  कुछ ही दिनों में BMC  के चुनाव आने वाले हैं,  उस समय एकनाथ शिंदे ने विकास के इस डबल इंजन को ट्रिपल इंजन में बदलने की अपील की"

डबल इंजन सरकार से प्रदेश का तेजी से विकास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हालांकि अपने भाषण में बार-बार डबल इंजन का जिक्र किया। उन्होंने कहा, “राज्य में डबल इंजन की सरकार के कारण महाराष्ट्र में पिछले छह महीनों में तेजी से निर्णय किए गए और लागू किए गए। मध्यकाल में महाराष्ट्र में डबल इंजन की सरकार न होने के कारण लोगों के काम में बाधा आती थी। मुंबई में नगर पालिकाओं के पास बहुत पैसा है, लेकिन इसका सही इस्तेमाल होना चाहिए। सिर्फ बैंक में पैसा होने से क्या फायदा? इसे जनता के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए।

राज्य में जब से शिंदे-फडणवीस सरकार सत्ता में आई है तब से सत्ताधारी दल की मनसे से नजदीकी छिपी नहीं है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शपथ ग्रहण समारोह के बाद से पिछले छह महीनों में एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे के आवास का दौरा किया। दोनों नेताओं के राज ठाकरे से अच्छे संबंध हैं। साथ ही, 2019 के विधानसभा चुनावों के बाद, राज ठाकरे ने खुले तौर पर हिंदुत्व का मुद्दा उठाया और अप्रत्यक्ष रूप से शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को चुनौती दी।

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