महाराष्ट्र कांग्रेस (maharashtra Congress) ने कोरोना संकट (corona pandemic) और टीकाकरण (vaccination) को लेकर मोदी सरकार की नीतियों की तीखी आलोचना की। प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि, मोदी सरकार कोरोना महामारी के संकट को संभाल नहीं पा रही है, यह संदेश पूरी दुनिया को गया है। भारत एक विश्व शक्ति के रूप में खड़ा था, लेकिन मोदी के अहंकार, मनमानी और नकारात्मकता से दुनिया भर में भारत की बदनामी हुई है।
मीडिया से बात करते हुए, नाना पटोले (nana patole) ने कहा कि, केंद्र की मोदी सरकार लोगों के जीवन की रक्षा करने में विफल रही है और सर्वोच्च न्यायालय ने इस टास्क फोर्स का गठन कर एक तरफ से इस पर अपनी मुहर लगा दी है।
उन्होंने कहा, मोदी सरकार ने कोरोना की दूसरी लहर का न तो आकलन किया और न ही कुछ भी योजना बनाई। परिणामस्वरूप, हजारों लोग बिना ऑक्सीजन, बिना उचित स्वास्थ्य देखभाल और बिना पर्याप्त टीकाकरण के मर रहे हैं। जबकि सैकड़ों लाशें नदी के पानी में तैर रही हैं, जिन्हें जेसीबी की मदद से बेरहमी से दफनाया जा रहा है। कोई टीका, कोई दवा, कोई ऑक्सीजन नहीं, यहां तक कि पीएम केयर (PM Cares) ☺️से मिलने वाले उपकरण भी दोयम दर्जे के हैं। मोदी की खोखली आपदा नीति और आपदा प्रबंधन की वैश्विक मीडिया भी आलोचना कर रही है।
कोविड महामारीचे संकट मोदी सरकार हाताळू शकत नाही असा संदेश जगभरात गेला असून भारत एक जागतिक शक्ती म्हणून जगासमोर उभा राहिला होता पण मोदींच्या अहंकारी, मनमानीपणा तसेच नाकर्तेपणामुळे जगात भारताची नाचक्की झाली आहे.
— Maharashtra Congress (@INCMaharashtra) May 12, 2021
पटोले ने कहा, यह पहली बार नहीं है जब भारत एक राष्ट्रीय महामारी से जूझ रहा है। भारत खसरा, चेचक और पोलियो से लड़ने में सक्षम रहा है। जब 20 करोड़ बच्चों को पोलियो का टीका लगाया गया था, तब पोर्टल, ऐप, ओटीपी जैसी कोई चीज नहीं थी। हालांकि, तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने पोलियो उन्मूलन के लिए ठोस नीति दिखाई, जबकि मोदी सरकार में ऐसा कुछ भी नहीं दिखाई नहीं दे रहा है।
पटोले के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल ने मोदी सरकार को कोरोना संकट के गंभीर परिणामों की चेतावनी दी थी। अगर उनकी सलाह पर ध्यान दिया जाता और समय पर कार्रवाई की जाती, तो देश को इतनी विकट स्थिति का सामना नहीं करना पड़ता, जैसा कि आज होता है।