लगभग एक महीने के बाद शिंदे-फडनवीस (Eknath Shinde Devendra fadanvis) सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया। शिंदे गट के 9 सदस्यों और भाजपा के 9 सदस्यों को कैबिनेट मंत्रियों की शपथ ली। हालांकी अब एक बार फिर से खबरें आ रही है की शिंदे गुट के विधायको में नाराजगी दिख रही है।
तीन मंत्रियों के नाराज होने की खबर
शिंदे समूह के तीन मंत्री दीपक केसरकर, दादा भूसे और संदीपनराव भुमरे मंत्री बनने के बाद भी विभागों के आवंटन से नाखुश हैं।शिक्षा मंत्री का पद मिलने के बाद भी दीपक केसरकर खफा हो गए। वे उद्योग खाता चाहते थे।
दादा भुसे को बंदरगाह और खनन विभाग दिया गया है। वे एक बार फिर कृषि खाता चाहते थे। रोजगार गारंटी और बागवानी का पुराना खाता मिलने से संदीपन भुमरे भी खुश नहीं है। इस बीच चंद्रकांत पाताल ने दावा किया है कि शिंदे-फडणवीस मंत्रियों की नाराजगी दूर करने में सक्षम हैं।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के समूह के कई विधायक नाराज हैं क्योंकि उन्हें पहले ही मंत्री पद नहीं दिया गया है। संजय शिरसाट जैसे कुछ विधायकों ने प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से उस नाराजगी को जाहीर की है। उन्होने उद्धव ठाकरे से समर्थन मे ट्विट भी किया था। हालांकी एकनाथ शिंदे से बात होने के बाद उन्होने उस ट्विट को हटा दिया था।
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