एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे ने एक बार फिर से सड़कों पर नमाज पढ़ने और अजान के वक्त लाउडस्पीकर के प्रयोग को लेकर सवाल उठाया। यही नहीं उन्होंने सीधे तौर पर बीएमसी पर निशाना साधा और कहा कि बीएमसी को गणपति के मंडप पर आपत्ति होती है लेकिन जब सड़क पर नमाज पढ़ी जाती है और अजान के लिए लाउडस्पीकर का उपयोग किया जाता है तो बीएमसी को कोई आपत्ति नहीं होती।
'आखिर हिंदुओं के त्यौहार पर आपत्ति क्यों'
राज ठाकरे नवी मुंबई में एक कर्मचारी संगठन कार्यक्रम में बोल रहे थे। आपको बता दें इसके पहले भी राज ठाकरे ने राज ठाकरे ने मुस्लिमों द्वारा सड़क पर नमाज पढ़ने और अजान के वक्त लाउडस्पीकर के प्रयोग को लेकर सवाल उठाए थे।
राज ठाकरे ने इस कार्यक्रम में कहा कि जब गणेशोत्सव में जब पंडाल बनाए जाते हैं तो बीएमसी पांडालों के बड़े होने पर आपत्ति जताती है लेकिन जब मुस्लिमों द्वारा सड़कों पर नमाज पढ़ी जाती है और अजान के समय लाउडस्पीकर का प्रयोग किया जाता है तब बीएमसी को कोई आपत्ति नहीं होती।
राज ने सवाल उठाया कि आखिर हिंदुओं के त्यौहार पर आपत्ति क्यों उठायी जाती है? सड़कों पर नमाज क्यों पढ़ने दिया जाता है? मस्जिदों पर लाउडस्पीकर क्यों लगाने दिया जाता है? इस पर बीएमसी क्यों कोई आपत्ति नहीं उठाती है।
इसके अलावा राज ठाकरे ने फडणवीस सरकार पर आरक्षण को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिन युवकों पर केस हुआ है उन्हें वापस लेना चाहिए क्योंकि इनके भविष्य का सवाल है।